नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) ने देश के सभी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के निदेशकों के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने बताया कि देश के 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Technology - IIT) इस वर्ष नवंबर में अनुसंधान एवं विकास (Research and Development) मेले का आयोजन करेंगे. इसका मकसद उद्योगों एवं अकादमिक क्षेत्र (Industries and Academia) के बीच वृहद साझेदारी (Greater Linkages) के लिये एक मंच प्रदान करना है.
शुक्रवार को उन्होंने कहा कि IIT द्वारा आयोजित किया जाने वाला अनुसंधान एवं विकास मेला 'आजादी का अमृत महोत्सव' (Azadi ka Amrut Mahotsav) को लेकर एक महत्वपूर्ण आयोजन है. शिक्षा मंत्री ने कहा, '23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इस वर्ष नवंबर में अनुसंधान एवं विकास मेला आयोजित करेंगे. इसके माध्यम से नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप अत्याधुनिक शोध के लिये वातावरण तैयार किया जा सकेगा.'
उन्होंने कहा कि सभी 23 IIT एक साथ आकर जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से भारतीय और वैश्विक बाजार के लिये नवाचार के विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
प्रधान ने कहा कि यह अनुसंधान एवं विकास मेला आईआईटी से शुरू हो रहा है और बाद में केंद्र पोषित प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं राज्यों के उत्कृष्ट प्रौद्योगिकी संस्थान को जोड़ा जायेगा ताकि प्रौद्योगिकी विकास एवं नवाचार के लिये नया वातावरण तैयार किया जा सके . उन्होंने कहा कि IIT वैश्विक ब्रांड है और अनेक संस्थानों के लिये आदर्श है. इस मेला से उद्योगों एवं अकादमिक क्षेत्र के बीच वृहद साझेदारी के लिये एक मंच मिलेगा .
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शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान आज 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की. बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन, अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, खुली और ऑनलाइन शिक्षा, अकादमिक सत्र 2021-22 की शुरूआत, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के शिक्षकों की बकाया रिक्तियों को भरा जाना एवं आजादी के अमृत महोत्सव के बारे में चर्चा होने की खबरें हैं.
(पीटीआई-भाषा)