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ईडी को अर्पिता के 8 बैंक खातों से 8 करोड़ के लेनदेन का पता चला

पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले (Bengal Teachers Recruitment Scam) में फंसी अर्पिता मुखर्जी के आठ बैंक खातों से आठ करोड़ के लेनदेन का पता चला है. ईडी ने इन खातों को सीज कर दिया है.

Arpita Mukherjee
अर्पिता मुखर्जी
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Published : Jul 31, 2022, 3:28 PM IST

कोलकाता : करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती में अनियमितता-घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्पिता मुखर्जी के आठ बैंक खातों में 8 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता लगाया है. केंद्रीय एजेंसी ने इन खातों को फ्रीज कर दिया है. ईडी के सूत्रों ने कहा कि अब वे इन बैंक खातों में दोतरफा धन के निशान को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं, पहला स्रोत जहां से इन खातों में इतनी बड़ी राशि स्थानांतरित की गई और दूसरा चैनल जहां इस तरह के धन को नियत समय में स्थानांतरित किया गया था.

एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, '3 अगस्त तक अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी की हिरासत के इस चरण के शेष दिनों में हम इस मुद्दे पर उनसे पूरी तरह से पूछताछ करेंगे. यदि आवश्यक हुआ, तो इन खातों का फोरेंसिक ऑडिट भी किया जाएगा.' हालांकि, रविवार की दोपहर में जब चटर्जी को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका में ईएसआई अस्पताल ले जाया गया, पूर्व मंत्री ने दावा किया कि उनके पास कोई पैसा नहीं है. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि बरामद की गई भारी नकदी और सोने का असली मालिक कौन है, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

'महंगी कारों में घूमते थे पार्थ और अर्पिता, करते थे पार्टियां' : ईडी ने बताया कि मुखर्जी से यह जानने के लिए पूछताछ जारी रहेगी कि क्या उनके और बैंक खाते हैं. उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने मुखर्जी के चार वाहनों की तलाश भी शुरू कर दी है, जो लापता हैं. अधिकारी ने कहा, 'मुखर्जी की दो कारें हैं- एक मर्सिडीज और एक मिनी कूपर. मंत्री और उनकी सहयोगी मुखर्जी इन वाहनों का इस्तेमाल घूमने फिरने के लिए करते थे. इन दोनों वाहनों के भीतर वह पार्टियां करती थीं.' अधिकारी ने कहा कि चटर्जी एक अन्य वाहन में उनके पीछे जाते थे और एक बिंदु पर वह उनके वाहन में सवार हो जाते थे. उन्होंने कहा कि सभी वाहन 2016 से 2019 के बीच खरीदे गए.

जांचकर्ता ने कहा, 'एक कार चटर्जी ने उपहार में दी थी. वह इन महंगी कारों को खरीदने में उनकी मदद करते थे. हमने मर्सिडीज देखी है.' उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पता चला है कि चटर्जी ने कथित तौर पर दो और वाहन बुक किये थे जिसके लिए अग्रिम भुगतान किया गया था. अधिकारी ने कहा,'इन दोनों वाहनों को दो फर्जी कंपनियों के लिए बुक किया गया था और अग्रिम भुगतान किया गया था. लेकिन इनकी डिलीवरी से पहले दोनों गिरफ्तार हो गए.' शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम ने कहा कि कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) से कस्बा इलाके में स्थित उस कथित अवैध इमारत की जांच करने को कहा गया है जो चटर्जी की है.

अर्पिता के फ्लैट से मिले थे करीब 50 करोड़ रुपये : ईडी ने 23 जुलाई को दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में डायमंड सिटी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स स्थित अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 31.20 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा, लगभग 60 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और 90 लाख रुपये के सोने के गहने बरामद किए थे. ईडी के अधिकारियों ने 28 जुलाई को फिर से बेलघरिया में उसके एक अन्य फ्लैट से 27.90 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा और बार और गहनों में कुल 6 किलो सोना जब्त किया.

ईडी के अधिकारी पहले ही दावा कर चुके हैं कि जो कुछ भी बरामद हुआ है, वह करोड़ों रुपये के घोटाले में वास्तविक वित्तीय संलिप्तता का एक छोटा सा हिस्सा है. अर्पिता मुखर्जी के अलावा, पार्थ चटर्जी के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य और उनके मामा कृष्ण चंद्र अधिकारी इनमें से कुछ कंपनियों के निदेशक पाए गए.

पढ़ें- शिक्षक भर्ती घोटाला : ईडी के सामने बड़ा सवाल, बार-बार थाईलैंड-मलेशिया क्यों जाती थी अर्पिता मुखर्जी

(एजेंसियां)

कोलकाता : करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती में अनियमितता-घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्पिता मुखर्जी के आठ बैंक खातों में 8 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता लगाया है. केंद्रीय एजेंसी ने इन खातों को फ्रीज कर दिया है. ईडी के सूत्रों ने कहा कि अब वे इन बैंक खातों में दोतरफा धन के निशान को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं, पहला स्रोत जहां से इन खातों में इतनी बड़ी राशि स्थानांतरित की गई और दूसरा चैनल जहां इस तरह के धन को नियत समय में स्थानांतरित किया गया था.

एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, '3 अगस्त तक अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी की हिरासत के इस चरण के शेष दिनों में हम इस मुद्दे पर उनसे पूरी तरह से पूछताछ करेंगे. यदि आवश्यक हुआ, तो इन खातों का फोरेंसिक ऑडिट भी किया जाएगा.' हालांकि, रविवार की दोपहर में जब चटर्जी को कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका में ईएसआई अस्पताल ले जाया गया, पूर्व मंत्री ने दावा किया कि उनके पास कोई पैसा नहीं है. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि बरामद की गई भारी नकदी और सोने का असली मालिक कौन है, तो उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

'महंगी कारों में घूमते थे पार्थ और अर्पिता, करते थे पार्टियां' : ईडी ने बताया कि मुखर्जी से यह जानने के लिए पूछताछ जारी रहेगी कि क्या उनके और बैंक खाते हैं. उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने मुखर्जी के चार वाहनों की तलाश भी शुरू कर दी है, जो लापता हैं. अधिकारी ने कहा, 'मुखर्जी की दो कारें हैं- एक मर्सिडीज और एक मिनी कूपर. मंत्री और उनकी सहयोगी मुखर्जी इन वाहनों का इस्तेमाल घूमने फिरने के लिए करते थे. इन दोनों वाहनों के भीतर वह पार्टियां करती थीं.' अधिकारी ने कहा कि चटर्जी एक अन्य वाहन में उनके पीछे जाते थे और एक बिंदु पर वह उनके वाहन में सवार हो जाते थे. उन्होंने कहा कि सभी वाहन 2016 से 2019 के बीच खरीदे गए.

जांचकर्ता ने कहा, 'एक कार चटर्जी ने उपहार में दी थी. वह इन महंगी कारों को खरीदने में उनकी मदद करते थे. हमने मर्सिडीज देखी है.' उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पता चला है कि चटर्जी ने कथित तौर पर दो और वाहन बुक किये थे जिसके लिए अग्रिम भुगतान किया गया था. अधिकारी ने कहा,'इन दोनों वाहनों को दो फर्जी कंपनियों के लिए बुक किया गया था और अग्रिम भुगतान किया गया था. लेकिन इनकी डिलीवरी से पहले दोनों गिरफ्तार हो गए.' शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम ने कहा कि कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) से कस्बा इलाके में स्थित उस कथित अवैध इमारत की जांच करने को कहा गया है जो चटर्जी की है.

अर्पिता के फ्लैट से मिले थे करीब 50 करोड़ रुपये : ईडी ने 23 जुलाई को दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में डायमंड सिटी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स स्थित अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 31.20 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा, लगभग 60 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और 90 लाख रुपये के सोने के गहने बरामद किए थे. ईडी के अधिकारियों ने 28 जुलाई को फिर से बेलघरिया में उसके एक अन्य फ्लैट से 27.90 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा और बार और गहनों में कुल 6 किलो सोना जब्त किया.

ईडी के अधिकारी पहले ही दावा कर चुके हैं कि जो कुछ भी बरामद हुआ है, वह करोड़ों रुपये के घोटाले में वास्तविक वित्तीय संलिप्तता का एक छोटा सा हिस्सा है. अर्पिता मुखर्जी के अलावा, पार्थ चटर्जी के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य और उनके मामा कृष्ण चंद्र अधिकारी इनमें से कुछ कंपनियों के निदेशक पाए गए.

पढ़ें- शिक्षक भर्ती घोटाला : ईडी के सामने बड़ा सवाल, बार-बार थाईलैंड-मलेशिया क्यों जाती थी अर्पिता मुखर्जी

(एजेंसियां)

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