नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को बृहस्पतिवार को तलब किया है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. माना जा रहा है कि 86 वर्षीय सांसद अब्दुल्ला को संघीय एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में हुई कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में तलब किया है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर से लोकसभा के मौजूदा सदस्य अब्दुल्ला के खिलाफ दर्ज मामले में ईडी ने 2022 में आरोप पत्र दाखिल किया था.
ईडी ने बताया कि यह मामला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के धन के गबन से जुड़ा है. ईडी ने अब्दुल्ला को भेजे गए नोटिस में उन्हें एजेंसी के श्रीनगर कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है.
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National Conference leader and former Jammu and Kashmir CM Farooq Abdullah was summoned by the Enforcement Directorate in an alleged money laundering case. He has been asked to appear in the Srinagar office of ED today.
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इन अधिकारियों पर भी लगे थे आरोप
बता दें, ईडी ने 2022 में फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इस चार्जशीट में फारूक अब्दुल्ला के आलावा जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के तत्कालीन अधिकारी अहसान अहमद मिर्जा, मीर गजानफर समेत तमाम लोगों को आरोपी बनाया गया था.
यह है मामला
बता दें, यह घोटाला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से संबंधित है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय पहले भी कार्रवाई कर चुकी है. जानकारी के मुताबिक अभी तक करीब 21 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति को अटैच किया जा चुका है. इसमें फारूक अब्दुल्ला, अहसान मिर्जा बेग और मीर मंजूर की संपत्तियां शामिल हैं. जब ईडी ने इस मामले की जांच की तो पाया था कि बिना किसी कारणवश जेकेसीए के बैंक अकांउट से कैश निकाला गया है. जिसकी राशि किसी निजी खाते में ट्रांसफर की गई है. ईडी ने सीबीआई की 2018 में दर्ज एफआईआर को अपनी जांच का आधार बनाया था.
ईडी चुनाव के दौरान विपक्षी नेताओं को परेशान करने का एक उपकरण बन गया है: महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और अन्य जांच एजेंसियां चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक नेताओं को परेशान करने के लिए सरकार के उपकरण बन गई हैं. महबूबा ने कहा, 'विपक्षी राजनीतिक नेताओं को परेशान करना और डराना-धमकाना अब देश में एक प्रक्रिया बन गई है. जब भी विधानसभा या संसदीय चुनाव होते हैं, तो विपक्षी नेताओं को ईडी, एनआईए या सीबीआई द्वारा परेशान किया जाता है और बुलाया जाता है.' जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के फंड में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला को ईडी द्वारा तलब किए जाने के जवाब में महबूबा ने यह बात कही. हालांकि फारूक अब्दुल्ला को ईडी ने अपने श्रीनगर कार्यालय में बुलाया था लेकिन वह खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर उपस्थित नहीं हुए.
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