कोलकाता: पश्चिम बंगाल के स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले ( Bengal SSC Scam) के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से वित्तीय लेनदेन के सभी दस्तावेज मांगे हैं. बताया जाता है कि सीबीआई जल्द ही ईडी को कुछ दस्तावेज जैसे बैंक खातों के विवरण, संपत्ति का विवरण और इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी के रडार के तहत आय और व्यय विवरण सौंपेगी. ईडी लेनदेन की जांच करेगी और पता लगाएगी कि इस घोटाले में कौन-कौन शामिल था. हालांकि, ईडी को इस मामले में आगे बढ़ने के लिए अदालत की अनुमति लेनी होगी.
बता दें कि हाल ही में एसएससी भर्ती भ्रष्टाचार मामले में राज्य के शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी (Paresh Chandra Adhikary) और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी से एक से अधिक बार पूछताछ की है. यह आरोप लगाया गया है कि परेश अधिकारी की बेटी को एसएससी प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए बिना मेरिट सूची में शामिल किया गया था. इसके अलावा यह भी आरोप हैं कि अपात्र अभ्यर्थियों के नाम पैसे बदले जाने के बाद मेरिट लिस्ट में शामिल कर लिए गए हैं.
एसएससी घोटाला है क्या? - दरअसल बंगाल के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तहत शिक्षण और गैर शिक्षण पदों पर नियुक्तियों के लिए स्कूल सेवा आयोग ने वर्ष 2016 में परीक्षा आयोजित की. इसका परिणाम आया 27 नवंबर 2017 को। परिणाम वाले लिस्ट में बबीता सरकार का भी नाम टॉप 20 में था. लेकिन बाद में आयोग ने सूची रद्द कर दी। इसके बाद जब दूसरी सूची आई तो उसमें बबीता का नाम वेटिंग लिस्ट में चला गया. लेकिन उससे 16 नंबर कम पाने वालीं शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी की बेटी का नाम सबसे ऊपर आ गया. घोटाले की परत यहीं से खुलनी शुरू हुई.
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