ETV Bharat / bharat

छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई पर गरमाई राजनीति, कलेक्टर बंगला किया सील! - पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर

छत्तीसगढ़ में ईडी ने मंगलवार को राजधानी रायपुर समेत दुर्ग, रायगढ़, महासमुंद समेत कई जगहों पर दबिश दिया है. इस बार ED का निशाना भूपेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कारोबारियों पर है. ईडी की इस छापेमार कार्रवाई में रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू समेत तीन आईएएस अफसर भी शामिल हैं. ईडी ने कलेक्टर रानू साहू के बंगले को सील कर दिया है. इसके साथ ही एक व्यक्ति के खिलाफ वारंट भी जारी किया है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है.

छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई पर गरमाई राजनीति
छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई पर गरमाई राजनीति
author img

By

Published : Oct 12, 2022, 10:10 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में ईडी ने मंगलवार को तड़के सुबह राजधानी रायपुर समेत दुर्ग, रायगढ़, महासमुंद समेत कई जगहों पर दबिश दी है. इस बार ED भूपेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कारोबारियों के घर भी पहुंची है. इनमें कुछ ऐसे भी लोग शामिल हैं, जिन पर पहले भी आईटी की रेड पड़ चुकी है. ईडी की इस छापेमार कार्रवाई में रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू समेत तीन आईएएस अफसर भी शामिल हैं. ईडी ने कलेक्टर रानू साहू के बंगले को सील कर दिया है. इसके साथ ही एक व्यक्ति के खिलाफ वारंट भी जारी किया है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है.

भाजपा ने कांग्रेस को घेरा: ईडी की कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. डॉ सिंह ने कहा कि "शायद हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि किसी जिले में सीटिंग कलेक्टर के घर पर ईडी की रेड हुई और शासकीय आवास को सील करने की कार्रवाई की गई हो. इस घटना के बाद देश और दुनिया के सामने छत्तीसगढ़ शर्मसार हो गया है. हमने कभी कल्पना नहीं किया था कि 40 40 घरों में ईडी छापा मारेगी. भूपेश बघेल तो कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी के एटीएम है. कोयले के ऊपर से अवैध वसूली वर्षों से हो रही है. जिसकी कीमत कई हजार करोड़ होगी. जो इस कदर खुलेआम हो रहा है कि कोरबा के पान ठेलेवाले से कलेक्टर तक सब जानते हैं कि पैसा कौन लेता है और कहां जाता है. अब भूपेश सरकार के टैक्स की काली कमाई की पोल खुलने लगी है. सच अब सामने आएगा. प्रक्रिया चल रही है." इसके अलावा कांग्रेस की तरफदारी करने वाले अधिकारियों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि "अब भी वक्त है. पंजा छाप अधिकारी संभल जाएं. यदि भ्रष्टाचार में लिप्त रहोगे, तो कहीं भी बचने वाले नहीं हो."

यह भी पढ़ें: कांग्रेस ने कलेक्टरों को बनाया कलेक्टिंग एजेंट, ED छापे से छत्तीसगढ़ शर्मसार: रमन सिंह

सीएम ने केंद्र पर बोला हमला, कहा बीजेपी सीधे नहीं लड़ पा रही: छत्तीसगढ़ में ईडी के छापेमार कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने उत्तर प्रदेश रवाना होने से पहले कहा "भाजपा सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी, आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है. मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह और आएंगे. यह आखिरी नहीं है. जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएगा. इनकी यात्राएं बढ़ेंगी. यह डराने धमकाने का ही काम है. उसके अलावा कुछ नहीं. एक तो यह परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं पहले ही कह चुका हूं कि साढ़े 6 हजार करोड़ का चिटफंड कंपनियों में लोगों का पैसा डूबा है. उसमें संज्ञान लें. उसमें कुछ करेंगे नहीं. यह बार बार आएंगे. लेकिन जनता जान चुकी है कि भाजपा लड़ नहीं पा रही है. तो केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है."

इनके यहां पड़ी ईडी की दबिश: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई जारी है. ईडी ने दुर्ग में मुख्यमंत्री बघेल की ओएसडी सौम्या चौरसिया, रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू के आवास पर व रायपुर में उसके सीए अजय मालू के निवास, माइनिंग हेड आईएएस जेपी मौर्य के रायपुर स्थित निवास पर, आईएएस समीर बिश्नोई के निवास, महासमुंद में बीज निगम अध्यक्ष व पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर, सूर्यकांत तिवारी, ट्रांसपोर्टर बादल मक्कड़, अजय नायडू, रायगढ़ के गांजा चौक निवासी नवनीत तिवारी, कोल कारोबारी बंसल, शराब व्यवसायी प्रिंस भाटिया, सीए सुनील अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई जारी है. इस छापे का आधार कोयला कारोबार से जुड़ा है.

ईडी को लेकर पहले से थी चर्चा: सोमवार से ही जबरदस्त चर्चा थी कि ईडी की बड़ी टीम का मूवमेंट है. ईडी बड़ी कार्रवाई करने के इरादे से पहुंची है. बीते जुलाई महीने में इनकम टैक्स ने सूर्यकांत तिवारी समेत कई अन्य के ठिकानों पर छापा मारा था. इस छापे के बाद इनकम टैक्स ने वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा किया था. हालांकि बाद में सूर्यकांत तिवारी ने अपना एक बयान जारी कर आरोप लगाया था कि "आईटी उन्हें छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने का दबाव डाल रही थी." मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी यह कहते रहे हैं कि "छत्तीसगढ़ में भी महाराष्ट्र, झारखंड की तरह ईडी की कार्रवाई हो सकती है, लेकिन वह किसी भी तरह की कार्रवाई से नहीं डरेंगे."

इनपुट के आधार पर कार्रवाई: प्रवर्तन निदेशालय को माइनिंग और कंस्ट्रक्शन से सम्बंधित करोड़ों का लेनदेन का इनपुट मिला था. इसी के मद्देनजर ईडी राज्य के अफसरों, कारोबारियों के अलावा नेताओं के करीबियों के ईडी ने दबिश दी है. सूत्रों की माने तो ईडी ने किसी एक के खिलाफ वारंट भी जारी किया है. फिलहाल वारंट किसके नाम से जारी हुआ है. इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. फिलहाल अब भी ईडी की कार्रवाई जारी है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में ईडी ने मंगलवार को तड़के सुबह राजधानी रायपुर समेत दुर्ग, रायगढ़, महासमुंद समेत कई जगहों पर दबिश दी है. इस बार ED भूपेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कारोबारियों के घर भी पहुंची है. इनमें कुछ ऐसे भी लोग शामिल हैं, जिन पर पहले भी आईटी की रेड पड़ चुकी है. ईडी की इस छापेमार कार्रवाई में रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू समेत तीन आईएएस अफसर भी शामिल हैं. ईडी ने कलेक्टर रानू साहू के बंगले को सील कर दिया है. इसके साथ ही एक व्यक्ति के खिलाफ वारंट भी जारी किया है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है.

भाजपा ने कांग्रेस को घेरा: ईडी की कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. डॉ सिंह ने कहा कि "शायद हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि किसी जिले में सीटिंग कलेक्टर के घर पर ईडी की रेड हुई और शासकीय आवास को सील करने की कार्रवाई की गई हो. इस घटना के बाद देश और दुनिया के सामने छत्तीसगढ़ शर्मसार हो गया है. हमने कभी कल्पना नहीं किया था कि 40 40 घरों में ईडी छापा मारेगी. भूपेश बघेल तो कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी के एटीएम है. कोयले के ऊपर से अवैध वसूली वर्षों से हो रही है. जिसकी कीमत कई हजार करोड़ होगी. जो इस कदर खुलेआम हो रहा है कि कोरबा के पान ठेलेवाले से कलेक्टर तक सब जानते हैं कि पैसा कौन लेता है और कहां जाता है. अब भूपेश सरकार के टैक्स की काली कमाई की पोल खुलने लगी है. सच अब सामने आएगा. प्रक्रिया चल रही है." इसके अलावा कांग्रेस की तरफदारी करने वाले अधिकारियों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि "अब भी वक्त है. पंजा छाप अधिकारी संभल जाएं. यदि भ्रष्टाचार में लिप्त रहोगे, तो कहीं भी बचने वाले नहीं हो."

यह भी पढ़ें: कांग्रेस ने कलेक्टरों को बनाया कलेक्टिंग एजेंट, ED छापे से छत्तीसगढ़ शर्मसार: रमन सिंह

सीएम ने केंद्र पर बोला हमला, कहा बीजेपी सीधे नहीं लड़ पा रही: छत्तीसगढ़ में ईडी के छापेमार कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने उत्तर प्रदेश रवाना होने से पहले कहा "भाजपा सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी, आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है. मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह और आएंगे. यह आखिरी नहीं है. जैसे जैसे चुनाव नजदीक आएगा. इनकी यात्राएं बढ़ेंगी. यह डराने धमकाने का ही काम है. उसके अलावा कुछ नहीं. एक तो यह परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं पहले ही कह चुका हूं कि साढ़े 6 हजार करोड़ का चिटफंड कंपनियों में लोगों का पैसा डूबा है. उसमें संज्ञान लें. उसमें कुछ करेंगे नहीं. यह बार बार आएंगे. लेकिन जनता जान चुकी है कि भाजपा लड़ नहीं पा रही है. तो केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है."

इनके यहां पड़ी ईडी की दबिश: छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई जारी है. ईडी ने दुर्ग में मुख्यमंत्री बघेल की ओएसडी सौम्या चौरसिया, रायगढ़ में कलेक्टर रानू साहू के आवास पर व रायपुर में उसके सीए अजय मालू के निवास, माइनिंग हेड आईएएस जेपी मौर्य के रायपुर स्थित निवास पर, आईएएस समीर बिश्नोई के निवास, महासमुंद में बीज निगम अध्यक्ष व पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर, सूर्यकांत तिवारी, ट्रांसपोर्टर बादल मक्कड़, अजय नायडू, रायगढ़ के गांजा चौक निवासी नवनीत तिवारी, कोल कारोबारी बंसल, शराब व्यवसायी प्रिंस भाटिया, सीए सुनील अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई जारी है. इस छापे का आधार कोयला कारोबार से जुड़ा है.

ईडी को लेकर पहले से थी चर्चा: सोमवार से ही जबरदस्त चर्चा थी कि ईडी की बड़ी टीम का मूवमेंट है. ईडी बड़ी कार्रवाई करने के इरादे से पहुंची है. बीते जुलाई महीने में इनकम टैक्स ने सूर्यकांत तिवारी समेत कई अन्य के ठिकानों पर छापा मारा था. इस छापे के बाद इनकम टैक्स ने वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा किया था. हालांकि बाद में सूर्यकांत तिवारी ने अपना एक बयान जारी कर आरोप लगाया था कि "आईटी उन्हें छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने का दबाव डाल रही थी." मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी यह कहते रहे हैं कि "छत्तीसगढ़ में भी महाराष्ट्र, झारखंड की तरह ईडी की कार्रवाई हो सकती है, लेकिन वह किसी भी तरह की कार्रवाई से नहीं डरेंगे."

इनपुट के आधार पर कार्रवाई: प्रवर्तन निदेशालय को माइनिंग और कंस्ट्रक्शन से सम्बंधित करोड़ों का लेनदेन का इनपुट मिला था. इसी के मद्देनजर ईडी राज्य के अफसरों, कारोबारियों के अलावा नेताओं के करीबियों के ईडी ने दबिश दी है. सूत्रों की माने तो ईडी ने किसी एक के खिलाफ वारंट भी जारी किया है. फिलहाल वारंट किसके नाम से जारी हुआ है. इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. फिलहाल अब भी ईडी की कार्रवाई जारी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.