मोहाली : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार पंजाब के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा को गुरुवार को मोहाली की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. अदालत लाए जाने के दौरान मीडिया से बात करते हुए खैरा ने कहा कि 'मेरे खिलाफ ईडी को कोई सबूत नहीं मिला है, मैं लगातार ईडी को सहयोग कर रहा हूं. ईडी का मामला मेरे खिलाफ साजिश है.'
सुखपाल खैरा ने कुछ कांग्रेस नेताओं के खिलाफ 'साजिश' के आरोप लगाए. खैरा ने कहा कि उनके खिलाफ मामला एक साजिश है और वह इसमें शामिल सभी लोगों को सही समय पर बेनकाब करेंगे.
उन्होंने कहा, 'भाजपा पहले से ही मेरे खिलाफ थी लेकिन कांग्रेस में कुछ लोग भी इसमें शामिल थे, मैं अन्याय के खिलाफ लड़ना जारी रखूंगा और सभी साजिशकर्ताओं को सही समय पर बेनकाब करूंगा.' साथ ही उन्होंने कहा कि 'मुझे दुख है कि मेरी पार्टी ने मेरा साथ नहीं दिया.'
फंडिंग को लेकर ये कहा
खैरा ने कहा 'फंडिंग को लेकर जिस तरह से मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं मैं सिर्फ आम आदमी पार्टी की तरफ से ऑफिशियल तौर पर विदेश गया था और मैंने कोई पैसा नहीं लिया है.' वहीं खैरा ने यह भी कहा कि कोई केस मेरे खिलाफ नहीं बन रहा, सिर्फ राजनीतिक साजिश के तौर पर मुझे फंसाया जा रहा है और जिस फोर्जरी का केस की बात को लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है उस पर पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने स्टे किया हुआ है.
खैरा का राजनीतिक सफर
गौरतलब है कि पिछले महीने विधायक के रूप में उनके इस्तीफे को पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया था. खैरा (56) जून में कांग्रेस में पुन: शामिल हो गए थे. वह छह साल बाद पुन: कांग्रेस में लौटे थे. वह दिसंबर 2015 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी से जुड़ गए थे और 2017 में कपूरथला की भोलाथ विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे.
उन्होंने 2018 में पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से अचानक हटाए जाने के बाद आप के खिलाफ विद्रोह कर दिया था और जनवरी 2019 में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. खैरा ने अपनी पंजाबी एकता पार्टी बनाई और बठिंडा सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गए.
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