मुंबई : महाराष्ट्र में सीमाशुल्क और माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के अतिरिक्त आयुक्त के तौर पर काम करने वाले भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के एक अधिकारी सचिन सावंत के घर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है. सचिन सावंत पूर्व में मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय में उप निदेशक के तौर पर संघीय एजेंसी के साथ काम कर चुके थे. गौरतलब है कि ईडी ने मुंबई में उनके और उनके रिश्तेदारों के परिसरों पर मंगलवार को छापेमारी की थी. आधी रात तक छापेमारी चलने के बाद धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उन्हें हिरासत में लिया गया. अधिकारी लखनऊ में तैनात है.
सावंत के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस: सचिन सावंत पहले ईडी के मुंबई डिविजन में कार्यरत थे. सावंत वर्तमान में सीमा शुल्क और जीएसटी कैडर के अतिरिक्त आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं. आईआरएस अधिकारी के खिलाफ धन शोधन का मामला आय से अधिक संपत्ति के आरोप में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज प्राथमिकी से उपजा है. सचिन सावंत ईडी मुंबई जोन 2 में उप निदेशक के पद पर कार्यरत थे. उस समय वह बेहिसाब संपत्ति के एक मामले की जांच कर रहे थे.
सावंत के आवास पर छापा: ईडी ने बुधवार की सुबह सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर कैडर में कार्यरत आईआरएस अधिकारी के आवास पर छापा मारा. यह आईआरएस अधिकारी सचिन सावंत के भ्रष्टाचार और बेहिसाब संपत्ति मामले की जांच का हिस्सा था. ईडी के अधिकारियों ने सावंत के रिश्तेदारों के घरों की भी तलाशी ली है. सावंत जब ईडी मुंबई जोन 2 में उपनिदेशक के रूप से कार्यरत थे, तब उन्होंने कुछ हीरा कंपनियों के माध्यम से 500 करोड़ से अधिक की अवैध लेनदेन के मामले की जांच की थी.
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ये है मामला : 500 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए एक आरोपी ने सावंत के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत के आधार पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सावंत के खिलाफ मामला दर्ज किया. इस बीच मंगलवार को ईडी ने सचिन सावंत के मुंबई स्थित आवास और कई ठिकानों पर छापेमारी की. इस मामले में आधी रात तक सर्च ऑपरेशन जारी था.