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Crime News : छात्रवृत्ति घोटाले में जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी के चेयरमैन गिरफ्तार, ED ने की कार्रवाई - जीविका इंस्टीट्यूट के चेयरमैन गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छात्रवृत्ति घोटाले में जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी के चेयरमैन (ED arrested Jeevika Institute chairman) रामगोपाल को शनिवार को गिरफ्तार (Crime News) कर लिया है. राम गोपाल बीआर अंबेडकर एजुकेशनल सोसाइटी हरदोई के मैनेजर भी हैं.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 7, 2023, 9:31 PM IST

Updated : Oct 7, 2023, 10:18 PM IST

लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले की तफ्तीश की जद में आए जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी (ED arrested Jeevika Institute chairman) हरदोई के चेयरमैन राम गोपाल को शनिवार को गिरफ्तार किया है. वह डा. बीआर आंबेडकर एजुकेशनल सोसाइटी हरदोई के प्रबंधक भी हैं. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने राम गोपाल को कोर्ट में पेश करके सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड भी ले ली है.

सूत्रों के मुताबिक, राम गोपाल को प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले ईडी ने 16 फरवरी को लखनऊ सीमा के निकट हरदोई जिले के अतरौली इलाके स्थित जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी में छापेमारी की थी. चेयरमैन राम गोपाल इसी गांव के रहने वाले भी हैं. उनकी मां प्रधान हैं. इस मामले में चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें हाइजिया ग्रुप के संचालक इजहार हुसैन उर्फ हनी जाफरी व अली अब्बास जाफरी, संस्थान का कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता और पैरा क्रिकेट विक्रम नाग शामिल हैं. ईडी दिल्ली और लखनऊ की टीमों ने लखनऊ समेत छह शहरों में छापेमारी की थी. पड़ताल में आया कि फिनो पैमेंट बैंक के एजेंटों के जरिए तीन हजार से अधिक खाते खुलवाए गए थे. कई खाते एक ही आई पर खोले जाने के तथ्य भी सामने आए थे. इस मामले में ईडी ने छात्रवृत्ति हड़पने को लेकर आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर चुका है.

छात्रवृत्ति घोटाला
छात्रवृत्ति घोटाला

हाल में हाइजिया समेत दो संस्थानों की जब्त की सम्पत्तियां : हाल में ही ईडी ने इसी मामले में हाइजिया ग्रुप ऑफ एजूकेशन और एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संचालकों की करीब साढ़े सात करोड़ रुपये की सम्पत्तियां जब्त की हैं. ये सम्पत्तियां लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके में हैं. इस घोटाले में ईडी अब तक करीब 20 करोड़ रुपये की सम्पत्तियां जब्त कर चुका है. 30 मार्च को हजरतगंज कोतवाली में 10 शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधकों व कर्मचारियों समेत 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. बाद में इस मामले की जांच के लिए जेसीपी एलओ उपेंद्र कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई. जांच में चार संस्थानों के प्रबंधक व प्रधानाचार्या दोषी पाए गए, करीब 45 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले की पुष्टि भी हुई.

जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी के चेयरमैन गिरफ्तार
जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी के चेयरमैन गिरफ्तार

जीविका इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के चेयरमैन रिमांड पर : छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ़्तार डॉ बीआर अंबेडकर एजुकेशनल सोसाइटी के प्रबंधक व जीविका इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ार्मेसी के चेयरमैन राम गोपाल को पूछताछ के लिए विशेष न्यायाधीश अजय विक्रम सिंह ने ईडी को सात दिन के लिए रिमांड पर दिए जाने का आदेश दिया है. आरोपी की रिमांड अवधि सात अक्टूबर की शाम तीन बजे से 13 अक्तूबर की शाम तीन बजे तक प्रभावी होगी.

यह भी पढ़ें : दिव्यांगों की छात्रवृत्ति में घोटाला, ED ने कॉलेज संचालकों की 2.84 करोड़ की संपत्ति अटैच की

यह भी पढ़ें : 75 करोड़ से अधिक छात्रवृत्ति घोटाले में ED ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

यह भी पढ़ें : ईडी की पूछताछ में खुलासा, छात्रवृत्ति घोटाला कर नेपाल में खरीदी संपत्तियां

शनिवार को ईडी ने आरोपी को गिरफ़्तार करके कोर्ट में पेश किया, जहां पर आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेने के बाद ईडी ने आरोपी राम गोपाल को पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्ज़ी देकर बताया कि केंद्र और राज्य सरकार बच्चों को लाभान्वित करने के लिए छात्रवृत्तियों का वितरण करती है. अदालत को बताया गया कि इस मामले में ईडी ने इज़हार हुसैन जाफ़री, अली अब्बास जाफ़री और रवि प्रकाश गुप्ता को गिरफ़्तार करके उनके ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें आरोप लगाया था कि आरोपियों पर सरकार द्वारा अल्पसंख्यक,गरीब व असहाय छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृति को हड़प कर घोटाले में शामिल होने का आरोप है.

जांच में आया था कि कुछ संस्थाओं ने विभिन्न योजना से मिलने वाली पोस्ट मेट्रिकुलेशन छात्रवृत्तियों को कूटरचित कागजात तैयार करके और उनका प्रयोग करके छात्रों का खाता एक ईमेल आईडी पर खोलकर हड़प लिया. बताया गया कि आरोपी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर अल्पसंख्यक वर्ग, एससी एसटी वर्ग के और गरीब छात्रों के लिए मिलने वाली छात्रवृत्ति को अन्य अयोग्य छात्रों के नाम पर दिखा कर हड़प लिया है. कहा गया कि आरोपियों की संस्थाओं ने सरकारी नियमों और दिशा निर्देशों का उल्लंघन कर एजेंटों के यूजर आईडी व पासवर्ड का प्रयोग किया और छात्रवृत्तियों को फिनो बैंक के एजेंट के साथ मिलकर एटीएम से निकल लिया. अर्ज़ी में कहा गया कि आरोपी राम गोपाल ने लोगों को अपने जाल में फंसाया और उन्हें संस्थाओं में एनरोल किया और छात्रवृति को हड़पकर धन प्राप्त किया.

यह भी पढ़ें : हाइजिया ग्रुप शैक्षिक संस्थान के चेयरमैन की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज, सौ करोड़ हड़पने का है आरोप

यह भी पढ़ें : छात्रवृत्ति घोटाला : हाइजिया ग्रुप ने 200 छात्रों को कई कॉलेजों से दिलवाई थी स्कॉलरशिप

यह भी पढ़ें : छात्रवृत्ति के पैसों से खरीदी गईं हाइजिया ग्रुप की बेनामी संपत्तियों को ईडी करेगा जब्त

लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले की तफ्तीश की जद में आए जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी (ED arrested Jeevika Institute chairman) हरदोई के चेयरमैन राम गोपाल को शनिवार को गिरफ्तार किया है. वह डा. बीआर आंबेडकर एजुकेशनल सोसाइटी हरदोई के प्रबंधक भी हैं. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने राम गोपाल को कोर्ट में पेश करके सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड भी ले ली है.

सूत्रों के मुताबिक, राम गोपाल को प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले ईडी ने 16 फरवरी को लखनऊ सीमा के निकट हरदोई जिले के अतरौली इलाके स्थित जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी में छापेमारी की थी. चेयरमैन राम गोपाल इसी गांव के रहने वाले भी हैं. उनकी मां प्रधान हैं. इस मामले में चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें हाइजिया ग्रुप के संचालक इजहार हुसैन उर्फ हनी जाफरी व अली अब्बास जाफरी, संस्थान का कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता और पैरा क्रिकेट विक्रम नाग शामिल हैं. ईडी दिल्ली और लखनऊ की टीमों ने लखनऊ समेत छह शहरों में छापेमारी की थी. पड़ताल में आया कि फिनो पैमेंट बैंक के एजेंटों के जरिए तीन हजार से अधिक खाते खुलवाए गए थे. कई खाते एक ही आई पर खोले जाने के तथ्य भी सामने आए थे. इस मामले में ईडी ने छात्रवृत्ति हड़पने को लेकर आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर चुका है.

छात्रवृत्ति घोटाला
छात्रवृत्ति घोटाला

हाल में हाइजिया समेत दो संस्थानों की जब्त की सम्पत्तियां : हाल में ही ईडी ने इसी मामले में हाइजिया ग्रुप ऑफ एजूकेशन और एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संचालकों की करीब साढ़े सात करोड़ रुपये की सम्पत्तियां जब्त की हैं. ये सम्पत्तियां लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके में हैं. इस घोटाले में ईडी अब तक करीब 20 करोड़ रुपये की सम्पत्तियां जब्त कर चुका है. 30 मार्च को हजरतगंज कोतवाली में 10 शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधकों व कर्मचारियों समेत 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. बाद में इस मामले की जांच के लिए जेसीपी एलओ उपेंद्र कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई. जांच में चार संस्थानों के प्रबंधक व प्रधानाचार्या दोषी पाए गए, करीब 45 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले की पुष्टि भी हुई.

जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी के चेयरमैन गिरफ्तार
जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेंसी के चेयरमैन गिरफ्तार

जीविका इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के चेयरमैन रिमांड पर : छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ़्तार डॉ बीआर अंबेडकर एजुकेशनल सोसाइटी के प्रबंधक व जीविका इंस्टिट्यूट ऑफ़ फ़ार्मेसी के चेयरमैन राम गोपाल को पूछताछ के लिए विशेष न्यायाधीश अजय विक्रम सिंह ने ईडी को सात दिन के लिए रिमांड पर दिए जाने का आदेश दिया है. आरोपी की रिमांड अवधि सात अक्टूबर की शाम तीन बजे से 13 अक्तूबर की शाम तीन बजे तक प्रभावी होगी.

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शनिवार को ईडी ने आरोपी को गिरफ़्तार करके कोर्ट में पेश किया, जहां पर आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेने के बाद ईडी ने आरोपी राम गोपाल को पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्ज़ी देकर बताया कि केंद्र और राज्य सरकार बच्चों को लाभान्वित करने के लिए छात्रवृत्तियों का वितरण करती है. अदालत को बताया गया कि इस मामले में ईडी ने इज़हार हुसैन जाफ़री, अली अब्बास जाफ़री और रवि प्रकाश गुप्ता को गिरफ़्तार करके उनके ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें आरोप लगाया था कि आरोपियों पर सरकार द्वारा अल्पसंख्यक,गरीब व असहाय छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृति को हड़प कर घोटाले में शामिल होने का आरोप है.

जांच में आया था कि कुछ संस्थाओं ने विभिन्न योजना से मिलने वाली पोस्ट मेट्रिकुलेशन छात्रवृत्तियों को कूटरचित कागजात तैयार करके और उनका प्रयोग करके छात्रों का खाता एक ईमेल आईडी पर खोलकर हड़प लिया. बताया गया कि आरोपी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर अल्पसंख्यक वर्ग, एससी एसटी वर्ग के और गरीब छात्रों के लिए मिलने वाली छात्रवृत्ति को अन्य अयोग्य छात्रों के नाम पर दिखा कर हड़प लिया है. कहा गया कि आरोपियों की संस्थाओं ने सरकारी नियमों और दिशा निर्देशों का उल्लंघन कर एजेंटों के यूजर आईडी व पासवर्ड का प्रयोग किया और छात्रवृत्तियों को फिनो बैंक के एजेंट के साथ मिलकर एटीएम से निकल लिया. अर्ज़ी में कहा गया कि आरोपी राम गोपाल ने लोगों को अपने जाल में फंसाया और उन्हें संस्थाओं में एनरोल किया और छात्रवृति को हड़पकर धन प्राप्त किया.

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Last Updated : Oct 7, 2023, 10:18 PM IST
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