खूंटीः जनजातीय गौरव दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाने की तैयारी तेज हो गई है. जनजातीय गौरव दिवस की तैयारी भी जनजातीय परंपरा अनुसार की जा रही है. राष्ट्रपति का चौपड़ जिस हेलीपैड पर लैंड करेगा (President Draupadi Murmu In Khunti), उस स्थल को गोबर से लीपा जा रहा है. पहली बार हेलीपैड (Eco Friendly Helipad) को गोबर से लीपा जा रहा है ताकि धूल न उड़े और पर्यावरण भी संरक्षित रहे.
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बता दें कि भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलीहातु में राष्ट्रपति के आगमन को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. साफ सफाई के साथ साथ रंग रोगन और सौंदर्यीकरण का काम किया जा रहा है और अंतिम चरण में है. उलीहातु में भगवान बिरसा ओड़ा परिसर में पेंटिंग के माध्यम से भगवान बिरसा की जीवनी को दर्शाने का प्रयास किया जा रहा है. भगवान बिरसा मुंडा की वंशावली और इतिहास के शिलापट्ट को नया लुक दिया जा रहा है.
दीवार पर सोहराई पेंटिंगः भगवान बिरसा मुंडा से जुड़े स्थलों को लेकर आकर्षक लाइट लगाई जा रही है. यहां साज सज्जा के कार्य मे कई मजदूर लगाए गए हैं. बिरसा ओड़ा सौंदर्यीकरण का कार्य अंतिम चरण में है. बिरसा ओड़ा परिसर की चाहरदीवारी पर सोहराई पेंटिंग के माध्यम से जनजातीय परंपरा को जीवंत बनाने की कोशिश की गई है.
इसी के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन को लेकर खूंटी और उलीहातु में अलग-अलग अस्थायी हेलीपैड बनवाया जा रहा है. पहली बार हेलीपैड पर गोबर से लिपाई पुताई का कार्य कराया जा रहा है. जनजातीय समाज में गोबर शुभ और इको-फ्रेंडली माना जाता है. जनजातीय समाज में पर्व त्योहारों के मौके पर पूजन स्थल को गोबर से लीपने की परंपरा है. घर आंगन की साफ सफाई में भी गोबर का इस्तेमाल किया जाता है.
नवनिर्मित अस्थायी हेलीपैड पर दर्जनों महिलाएं इन दिनों गोबर से लिपाई पुताई के काम में जुटी रहती हैं. गोबर से लिपाई करने से हेलीकॉप्टर के उतरने और उड़ान भरते वक्त धूल का गुबार नहीं उठेगा और वायु प्रदूषण रहित हेलिपैड बनेगा.
पहली जनजातीय राष्ट्रपति के आगमन की खुशीः पहली जनजातीय राष्ट्रपति के आगमन पर खूंटी के लोग बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं. महिला पुरुष युवा सभी राष्ट्रपति के आगमन को लेकर स्वागत करने के लिए प्रसन्न नजर आ रहे हैं. खूंटी जिला प्रशासन राष्ट्रपति के आगमन को लेकर युद्ध स्तर पर खूंटी से उलीहातु तक तैयारियों में जुटा है.