नई दिल्ली : नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार की अवर सचिव उजरा जेया के नेतृत्व में चार सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को नई दिल्ली के निर्वाचन सदन में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे से मुलाकात की. 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' के एक अंश के रूप में, भारत से 'लोकतंत्र अखंडता पर चुनाव समूह' का नेतृत्व करने और दुनिया के अन्य लोकतंत्रों के साथ अपने ज्ञान, तकनीकी विशेषज्ञता और अनुभवों को साझा करने का अनुरोध करने का निर्णय लिया गया है. चुनाव आयोग से दुनिया भर में चुनाव प्रबंधन निकायों (EMB) को प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम प्रदान करने और अन्य EMB की जरूरतों के अनुसार तकनीकी परामर्श प्रदान करने का अनुरोध किया गया है.
बैठक के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि कैसे भारत निर्वाचन आयोग न केवल स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और विश्वसनीय चुनाव करा रहा है, बल्कि इन्हें समावेशी और सुलभ भी बना रहा है. उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा की गई नई पहलों को साझा किया. साथ ही नई सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में बताया जिससे न केवल बड़े पैमाने पर मतदाताओं के लिए बल्कि सभी हितधारकों जैसे राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और समाज के अन्य सदस्यों के लिए भी चुनाव संबंधी प्रक्रिया और मतदाता सेवाएं निर्बाध बनाई गई हैं.
चुनाव आयोग ने 80 साल से अधिक उम्र वाले वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं और दिव्यांग व्यक्तियों को पोस्टल बैलेट सुविधा जैसी हालिया सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में भी बात की. चुनाव सेवाओं के आधुनिकीकरण और चुनावों को अधिक समावेशी और सुलभ बनाने में चुनाव आयोग की भूमिका की सराहना करते हुए, उजरा जेया ने कहा कि भारत चुनाव प्रणाली को मजबूत करने के लिए अन्य EMB को क्षमता निर्माण कार्यक्रम प्रदान करने में अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को साझा करने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है.
भारत के नेतृत्व वाले समूह में, न्यूजीलैंड, फिनलैंड और यूरोपीय संघ ने साझेदार के प्रति रुचि व्यक्त की है और अन्य इच्छुक लोकतंत्र भी इसमें शामिल हो सकते हैं. क्षमता निर्माण के लिए सहयोग और अनुभव साझा करने के लिए कई कार्यक्रम तैयार हैं. उपरोक्त के आधार पर विदेश मंत्रालय के समन्वय से एक विशिष्ट रणनीति और कार्य योजना तैयार की जाएगी.