हैदराबाद: तेलंगाना चुनाव 2023 में धन वितरण पर चुनाव आयोग पूरी तरह से सतर्क है. चुनाव आयोग को इस बात की जानकारी मिली है कि कुछ उम्मीदवार मतदाताओं को रिझाने के लिए भारी मात्रा में धन खर्च कर सकते हैं. आयोग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मतदाताओं को लुभाने के लिए उम्मीदवार नकदी और शराब बांटने की कोशिश कर सकते हैं.
बता दें कि पुलिस ने एक हफ्ते के अंदर हैदराबाद शहर से 18 करोड़ रुपये का बेनामी कैश जब्त किया है. अप्पा जंक्शन पर 7.4 करोड़ रुपये, पंजागुट्टा ग्रीनलैंड चौराहे पर 97.30 लाख रुपये जब्त किये गये हैं. दो अन्य कंपनियों के बैंक खातों में पहुंचे 8 करोड़ रुपये को भी आयोग ने सीज किया है.
आयोग के सूत्रों ने बताया कि रियल एस्टेट व्यापारी और प्रमुख व्यवसायी नकदी वितरित करने के काम में संलंग्न रहते हैं. साइबराबाद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि ऐसी जानकारी है कि खम्मम, निजामाबाद, करीमनगर और वारंगल के माध्यम से बसों, आरटीसी कार्गो, एम्बुलेंस और मिनी लॉरियों के माध्यम से पैसे के बैग ले जाए जा रहे हैं. कुछ नेता पैदल यात्रियों के जरिए भी पैसा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. पुष्पा फिल्म की शैली में, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले परिवहन माल वाहनों के माध्यम से भी धन का हस्तांतरण किया जा रहा है.
आचार संहिता लागू होने के बाद प्रमुख संगठनों और व्यक्तियों के खातों में बड़ी रकम जमा होने पर बैंक अधिकारी चुनाव आयोग को जानकारी दे रहे हैं. हाल ही में बशीरबाग आईडीबीआई बैंक में दो कंपनियों के खातों में 8 करोड़ रुपये जमा होना चर्चा का विषय बन गया था. एक प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी होने के कारण पुलिस जांच कर रही है. वनस्थलीपुरम पुलिस ने सोमवार रात एक कार में भारी मात्रा में पैसे जब्त किए. जानकारी मिली कि कीर्ति (60) सिकंदराबाद से कार में वनस्थलीपुरम की ओर आ रही थी और नकदी ले जा रही थी. कागजात नहीं होने पर पुलिस ने कार से 1.44 करोड़ रुपये नकद जब्त कर लिये.