नई दिल्ली : भारत सरकार ने 10 लाख से अधिक आबादी वाले देश के 49 शहरों में इज ऑफ लिविंग के हिसाब से उनकी रैंकिंग पेश की है. केंद्र सरकार के इस सर्वे के हिसाब से बेंगलुरु रहने के लिए सबसे बेहतरीन शहर है जबकि पुणे दूसरे नंबर पर है.
सरकार के ईज ऑफ लिविंग (जीवन सुगमता) सूचकांक में 111 शहरों में से बेंगलुरु पहले, पुणे दूसरे और अहमदाबाद तीसरे स्थान पर रहा. इस सूचकांक में चेन्नई, सूरत, नवी मुंबई, कोयंबटूर और वडोदरा भी शीर्ष 10 शहरों में रहे.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों’ की श्रेणी में शिमला शीर्ष पर रहा, जबकि भुवनेश्वर दूसरे नंबर पर है. इसमें तीसरे नंबर पर अहमदाबाद, फिर चेन्नई, सूरत इसके बाद नवी मुंबई और फिर कोयंबटूर का नंबर आता है. इस सूची में बड़ोदरा, इंदौर और ग्रेटर मुंबई उसके बाद आते हैं.
बता दें कि केंद्र सरकार के हाउसिंग और अर्बन अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री ने यह लिस्ट जारी की है.
इसके अलावा नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने 10 लाख से कम आबादी की श्रेणी में नगरपालिका प्रदर्शन सूचकांक में पहला स्थान हासिल किया.
वहीं इंदौर ने 10 लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में नगरपालिका प्रदर्शन सूचकांक’ में शीर्ष स्थान हासिल किया.
पढ़ें - तांडव विवाद : SC में अपर्णा पुरोहित की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई कल तक के लिए टली
इज ऑफ लिविंग इंडेक्स के हिसाब से शहरों की रैंकिंग में देश के 111 शहरों को 2 कैटेगरी में डाला गया है. इसमें एक दस लाख की आबादी से बड़े शहर है तो दूसरे 10 लाख की आबादी से कम वाले.
केंद्रीय शहरी आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को यह सूची जारी की है.
चौंकाने वाली बात यह है कि इस सूची में पश्चिम बंगाल का कोई भी शहर शामिल नहीं है क्योंकि वहां से पर्याप्त आंकड़े नहीं मिल पाए. दिलचस्प यह है कि सरकार की इस सूची में दिल्ली 13 नंबर पर है जबकि गाजियाबाद 30 और फरीदाबाद 40वें नंबर पर है. इस मामले में यूपी का मेरठ 36 नंबर पर है.