भवानीपटना/नबरंगपुर : कालाहांडी और नबरंगपुर जिले (Kalahandi, Nabarangpur district) में गुरुवार को रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता का हल्का भूकंप महसूस किया गया. भूकंप से फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. लेकिन भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत जरूर फैल गई और लोग फौरन घरों से निकलकर सड़कों पर आ गए. भूकंप की वजह से कई लोगों के घरों में दरार आ गई.
क्यों महसूस किए जाते हैं भूकंप के झटके
भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक घटना है जिसका अनुमान पहले से नहीं लगाया जा सकता है. भूकंप के होने की बात की जाए तो धरती के अंदर 7 प्लेट्स होते हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. इन प्लेट्स में जहां टकराव ज्यादा होता है, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता तलाशती हैं जिसके कारण डिस्टरबेंस पैदा होती है. इसी डिस्टरबेंस को हम भूकंप के झटके के रुप में अनुभव करते हैं. इसकी तीव्रता को रिक्टर स्केल पर नापा जाता है.
ऐसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के अंकों के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है.
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भूकंप आने पर बरतें ये सावधानियां
- भूकंप आने पर सबसे पहले खुली जगह की तरफ आ जाएं. भूकंप के समय किसी प्रकार के निर्माण में फंसना जानलेवा भी साबित हो सकता है.
- किसी कारण अगर आप बाहर नहीं जा पाए तो कमरे में ही किसी टेबल या बिस्तर के नीचे बैठ जाएं.
- घर में पंखे, झूमर, कांच की खिड़कियों, दरवाज़े आदि जैसी चीज़ों के नीचे या आस-पास ना खड़े रहे जिसके गिरने या टूटने से आप चोटिल हो सकते हैं.
- घर में बिजली के सभी उपकरण और मेन स्वीच ऑफ कर दें.
- मलबे के नीचे दब जाने पर अपने मुंह को रुमाल या किसी कपड़े से ढ़क लें.
- अगर आप ऐसे किसी इलाके में रहते हैं जो भूकंप प्रभावित इलाका है तो आप हर वक़्त अपने लिए एक फर्स्ट एड बॉक्स तैयार रखें.