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Earthquake: हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, तीव्रता 4.1 - कुल्लू में भूकंप

कुल्‍लू और मंडी जिले में बुधवार रात तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई है. (earthquake in himachal pradesh kullu)

earthquake in himachal pradesh kullu
सांकेतिक तस्वीर.
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Published : Nov 16, 2022, 10:26 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यहां रात 9:32 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई. इन झटकों से घबराए कई लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. उनका कहना है कि 10 से 15 सेकेंड तक झटके महसूस होते रहे. (earthquake in himachal pradesh kullu) (earthquake in himachal)

भूकंप पर नजर रखने वाली संस्था नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, मंडी के रोपड़ू के पास नेरी खड्ड जहां ब्यास नदी में मिलती है, वहीं पर भूकंप का केंद्र था. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई. फिलहाल इस भूकंप से किसी तरह की जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.

हिमाचल प्रदेश पहाड़ी इलाका होने के साथ-साथ भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है. यह सिस्मिक जोन 4 और 5 में आता है, जिसका अर्थ है कि यहां भीषण भूकंप आने का खतरा बना रहता है. यहां वर्ष 1905 में बेहद तेज भूकंप आया था, जिसमें कम से कम 20 हजार लोगों की मौत की आशंका जताई जाती है. उस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 थी, जिसमें पूरा इलाका ही बिल्कुल तहस-नहस हो गया था.

ये भी पढ़ें- Landslide in solan: धर्मपुर के साथ लगते गांव में भूस्खलन की चपेट में आए 3 मजदूर, दो की मौत, एक मलबे में दबा

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यहां रात 9:32 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई. इन झटकों से घबराए कई लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. उनका कहना है कि 10 से 15 सेकेंड तक झटके महसूस होते रहे. (earthquake in himachal pradesh kullu) (earthquake in himachal)

भूकंप पर नजर रखने वाली संस्था नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, मंडी के रोपड़ू के पास नेरी खड्ड जहां ब्यास नदी में मिलती है, वहीं पर भूकंप का केंद्र था. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई. फिलहाल इस भूकंप से किसी तरह की जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.

हिमाचल प्रदेश पहाड़ी इलाका होने के साथ-साथ भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है. यह सिस्मिक जोन 4 और 5 में आता है, जिसका अर्थ है कि यहां भीषण भूकंप आने का खतरा बना रहता है. यहां वर्ष 1905 में बेहद तेज भूकंप आया था, जिसमें कम से कम 20 हजार लोगों की मौत की आशंका जताई जाती है. उस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 थी, जिसमें पूरा इलाका ही बिल्कुल तहस-नहस हो गया था.

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