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जयशंकर विदेशी राजदूतों के साथ नवरात्रि समारोह में हुए शामिल

विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM Jaishankar) गुजरात के वडोदरा में हैं. यहां उन्होंने 60 देशों के प्रतिनिधियों और राजदूतों से मुलाकात की. जयशंकर ने कहा कि यह गर्व की बात है कि नवरात्रि के समय हम यहां विभिन्न देशों के अधिकारियों के साथ आए हैं.

EAM Jaishankar meets delegates
जयशंकर विदेशी राजदूतों के साथ
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Published : Oct 1, 2022, 3:40 PM IST

वडोदरा (गुजरात) : विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को गुजरात में विदेशी राजदूतों और उच्चायुक्तों के साथ नवरात्रि उत्सव में शामिल हुए. जयशंकर ने प्रतिनिधियों और राजदूतों से मुलाकात के बाद कहा, 'यह गर्व की बात है कि हम यहां विभिन्न देशों के अधिकारियों के साथ आए हैं. चूंकि नवरात्रि उत्सव चल रहा है, वे उत्सव का आनंद लेते हुए दिन बिताएंगे. वे यहां के विकास को देखकर उत्साहित हैं.'

  • Vadodara,Gujarat | It is matter of pride that we've come here with officials of different countries. As Navratri festival is on, they'll spend the day enjoying festivities. They're excited to see the development here: EAM S Jaishankar meets delegates & Ambassadors of 60 countries pic.twitter.com/xCA2CJNq0z

    — ANI (@ANI) October 1, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'नवरात्रि के अनुभव के लिए वडोदरा में राजदूतों और उच्चायुक्तों को देखकर अच्छा लगा. आज रात समारोह में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं.' आज नवरात्रि का छठा दिन है और देश भर के भक्त मां दुर्गा के छठे अवतार देवी कात्यायनी की पूजा करेंगे.

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान ब्रह्मा, विष्णु और शिव ने अपनी शक्तियों को मिलाकर देवी कात्यायनी का निर्माण किया. महिषासुरमर्दिनी के नाम से भी जानी जाने वाली मां कात्यायनी ने महिषासुर राक्षस का वध किया था. उन्हें मां दुर्गा के सबसे उग्र रूपों में से एक माना जाता है. वह चार भुजाओं वाली है और सिंह की सवारी करती हैं.

इससे पहले आज नवरात्रि के पांचवें दिन दिल्ली के प्रसिद्ध छतरपुर मंदिर में सुबह की आरती की गई. मंदिर परिसर में पुजारियों ने मंत्रों का जाप किया और भजन बजाए गए. नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के दौरान, भक्त मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा करते हैं ताकि उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सके. नवरात्रि के प्रत्येक दिन के साथ एक देवी अभिव्यक्ति जुड़ी हुई है. इन नौ दिनों के दौरान, लोग अनुष्ठानिक उपवास रखते हैं, प्रत्येक देवी को समर्पित श्लोकों का पाठ करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, भोग लगाते हैं और अपने घरों को साफ करते हैं.

पढ़ें- यूएनएससी में सुधार की जरूरत को हमेशा नकारा नहीं जा सकता : जयशंकर

(ANI)

वडोदरा (गुजरात) : विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को गुजरात में विदेशी राजदूतों और उच्चायुक्तों के साथ नवरात्रि उत्सव में शामिल हुए. जयशंकर ने प्रतिनिधियों और राजदूतों से मुलाकात के बाद कहा, 'यह गर्व की बात है कि हम यहां विभिन्न देशों के अधिकारियों के साथ आए हैं. चूंकि नवरात्रि उत्सव चल रहा है, वे उत्सव का आनंद लेते हुए दिन बिताएंगे. वे यहां के विकास को देखकर उत्साहित हैं.'

  • Vadodara,Gujarat | It is matter of pride that we've come here with officials of different countries. As Navratri festival is on, they'll spend the day enjoying festivities. They're excited to see the development here: EAM S Jaishankar meets delegates & Ambassadors of 60 countries pic.twitter.com/xCA2CJNq0z

    — ANI (@ANI) October 1, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'नवरात्रि के अनुभव के लिए वडोदरा में राजदूतों और उच्चायुक्तों को देखकर अच्छा लगा. आज रात समारोह में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं.' आज नवरात्रि का छठा दिन है और देश भर के भक्त मां दुर्गा के छठे अवतार देवी कात्यायनी की पूजा करेंगे.

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान ब्रह्मा, विष्णु और शिव ने अपनी शक्तियों को मिलाकर देवी कात्यायनी का निर्माण किया. महिषासुरमर्दिनी के नाम से भी जानी जाने वाली मां कात्यायनी ने महिषासुर राक्षस का वध किया था. उन्हें मां दुर्गा के सबसे उग्र रूपों में से एक माना जाता है. वह चार भुजाओं वाली है और सिंह की सवारी करती हैं.

इससे पहले आज नवरात्रि के पांचवें दिन दिल्ली के प्रसिद्ध छतरपुर मंदिर में सुबह की आरती की गई. मंदिर परिसर में पुजारियों ने मंत्रों का जाप किया और भजन बजाए गए. नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के दौरान, भक्त मां दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा करते हैं ताकि उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सके. नवरात्रि के प्रत्येक दिन के साथ एक देवी अभिव्यक्ति जुड़ी हुई है. इन नौ दिनों के दौरान, लोग अनुष्ठानिक उपवास रखते हैं, प्रत्येक देवी को समर्पित श्लोकों का पाठ करते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, भोग लगाते हैं और अपने घरों को साफ करते हैं.

पढ़ें- यूएनएससी में सुधार की जरूरत को हमेशा नकारा नहीं जा सकता : जयशंकर

(ANI)

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