नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एंतोनियो गुतारेस (António Guterres) को दोबारा संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN Secretary-General) नियुक्त किए जाने पर बधाई दी. जयशंकर ने कहा कि वह आधुनिक बहुपक्षीय सुधार को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.
जयशंकर ने ट्वीट किया, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को दूसरे कार्यकाल के लिए नियुक्ति पर बधाई. आधुनिक बहुपक्षीय सुधार को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शुक्रवार को एंतोनियो गुतारेस को फिर से महासचिव नियुक्त किया है. उनका दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2022 से शुरू होगा. इससे पहले शक्तिशाली सुरक्षा परिषद ने 193 सदस्यीय संस्था के लिए गुतारेस के पुन: निर्वाचन की सर्वसम्मति से सिफारिश की थी.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्ताव को अपनाने का स्वागत किया था, जिसमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव के रूप में एंतोनियो गुतारेस को दूसरे कार्यकाल की सिफारिश की गई थी.
यूएन महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर (Volkin Bozkir) ने घोषणा की कि गुतारेस को फिर से संयुक्त राष्ट्र का महासचिव नियुक्त किया जाता है, उनका दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2022 से आरंभ होगा और 31 दिसंबर 2026 को समाप्त होगा.
एंतोनियो गुतारेस एक जनवरी 2017 से संयुक्त राष्ट्र महासचिव का पदभार संभाल रहे हैं.
बोजकिर ने 72 वर्षीय गुतारेस को यूएन महासभा के हॉल में मंच पर शपथ दिलवाई. इससे पहले, आठ जून को 15 सदस्यीय परिषद की बैठक में महासचिव के पद के लिए सर्वसम्मति से गुतारेस के नाम की सिफारिश वाले प्रस्ताव को अपनाया गया था.
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संयुक्त राष्ट्र में एस्टोनिया के राजदूत और जून महीने के लिए परिषद के अध्यक्ष स्वेन जुर्गेनसन ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, हम सभी ने वास्तव में महासचिव को सक्रिय देखा है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ?
यूएन सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक अंग है, जिसका उत्तरदायित्व अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना है. परिषद को अनिवार्य निर्णयों को घोषित करने का अधिकार भी है. ऐसे किसी निर्णय को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव कहा जाता है. सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य हैं- पांच स्थायी और 10 अस्थायी (प्रत्येक 2 वर्ष के लिए). पांच स्थायी सदस्य हैं- चीन, फ्रांस, रूस, ग्रेट ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका.