कुशीनगर: भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में देश-विदेशी से बड़ी तादाद में पर्यटक आते हैं. कई बार इन पर्यटकों के साथ हमारा व्यवहार उनकी नजरों में देश की छवि धूमिल करता है, तो कई बार अतिथि देवो भव: की संस्कृति को हम चरितार्थ भी करते हैं. शनिवार को जिले के कसया बस स्टैंड पर देखने को मिला.
दरअसल, कुशीनगर पुलिस को शहर के कसया बस स्टैंड पर वियतनाम का एक नागरिक लेवन सन (30) भटकता हुआ मिला, वह रास्ता भूल गया था. विदेशी नागरिक ने बस अड्डे पर लोगों से वियतनामी भाषा में पता पूछ रहा था लेकिन, किसी को उसकी भाषा समझ में नहीं आ रही थी. इसी दौरान बस अड्डे पर गश्त के दौरान सिपाही राहुल यादव की नजर उस पर पड़ी और वो उसके पास गए. वियतनामी नागरिक ने उनसे भी वियतनामी भाषा में अपनी बात कही. इसके बाद आरक्षी राहुल यादव ने भाषा बदलने वाले मोबाइल ऐप (लैंग्वेज ट्रांसलेटर एप) का इस्तेमाल कर उसकी पूरी बात समझी.
सिपाही राहुल यादव के अनुसार, उन्होंने उसे उसके होटल तक सुरक्षित पहुंचाया. विदेशी यात्री ने उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया. सिपाही ने बताया कि उसे किसी बस वाले ने दूसरे गंतव्य पर पहुंचा दिया था. उसे शहर के एक निजी होटल में रूकना था. लेकिन, बस वाला उसे गांधी चौक से बिठाकर होटल के लिए ले गया और कुशीनगर पर ही छोड़ दिया. उसके बाद पर्यटक वहां से वापस फिर कसया बस स्टैंड पैदल आया. लोगों को उसकी भाषा भी समझ नहीं आ रही थी. इसीलिए वह परेशान था. वह जल्दी किसी पर विश्वास नहीं कर रहा था. हालांकि, उसे उसके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचा दिया गया है.
आरक्षी राहुल यादव ने इस दौरान बस, ऑटो और टैक्सी चालकों से अपील की कि जो भी विदेशी पर्यटक भारत आतें है. उसको अच्छे से सुरक्षित उनके गंतव्य पर ही छोड़ें. उनको परेशान न करें. इससे उनकी नजरों में अपने देश की छवि खराब होती है.
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