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लंदन से ड्रग्स तस्कर को प्रत्यर्पण कर लाया गया दिल्ली

ड्रग्स के मामले में वांछित चल रहे तस्कर को लंदन से प्रत्यर्पण कर स्पेशल सेल भारत लेकर आई है (drug peddler extradited from london to delhi). 2021 में स्पेशल सेल एक ब्रिटिश नागरिक किशन सिंह को प्रत्यर्पण कर एनडीपीएस एक्ट केस (NDPS act) में दिल्ली लाई थी. दूसरे शख्स हरविंदर सिंह उर्फ बलजीत सिंह की तलाश चल रही थी.

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Published : Dec 28, 2021, 8:06 PM IST

drug peddler extradited from london to delhi
किशन सिंह

नई दिल्ली : ड्रग्स के मामले में वांछित चल रहे तस्कर को लंदन से प्रत्यर्पण कर स्पेशल सेल दिल्ली लाई है. आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ बलविंदर सिंह के साथियों को वर्ष 2018 में स्पेशल सेल ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर रखा है.

डीसीपी राजीव रंजन के अनुसार, मार्च 2021 में स्पेशल सेल एक ब्रिटिश नागरिक किशन सिंह को प्रत्यर्पण कर एनडीपीएस एक्ट केस (NDPS act) में दिल्ली लाई थी, जिसके बाद से हरविंदर सिंह उर्फ बलजीत सिंह की तलाश चल रही थी, जो यूके (united kingdom) में मौजूद था. उसके खिलाफ वर्ष 2018 में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला स्पेशल सेल में दर्ज किया गया था. उसके भारतीय साथी की गिरफ्तारी के बाद उसके नाम का खुलासा हुआ था. पुलिस को पता चला था कि वह बड़ी मात्रा में भारत से ड्रग्स लेता है.

आईजीआई एयरपोर्ट से बरामद हुए थे ड्रग्स
डीसीपी के अनुसार 18 मई 2018 को आईजीआई एयरपोर्ट (IGI airport) पर स्पेशल सेल ने छापा मारा था. यहां से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुए थे. इस ड्रग्स को यूके फ्लाइट से भेजा जा रहा था. यहां से आशीष शर्मा और असीम अली को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था. एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज मामले की जांच के दौरान प्रवीण सैनी, राजेंद्र कुमार, पवन कुमार, ललित सुखीजा और अक्षत को भी गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद किए गए थे. आरोपियों ने खुलासा किया है कि इस पूरे गैंग का सरगना हरविंदर सिंह उर्फ बलजीत सिंह बल्ली है, जो ब्रिटेन में रहता है, इस मामले में अदालत में आरोप पत्र दाखिल हो चुका है और ट्रायल कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर रखा था.

पुलिस ने अब तक इस मामले में चार किलो म्याऊं म्याऊं (मेफेड्रोन) ड्रग्स बरामद किया है. इसके अलावा छः लाख से ज्यादा नशे की गोलियां भी इनके पास से बरामद की गई थीं. इस मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद ही उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार की तरफ से यूके सरकार को 2020 में आवेदन भेजा गया था. वहां पर उसे फरवरी 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था. उसे अदालत में पेश किया गया. जहां पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी मुख्य साक्ष्य दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रखें. इसके बाद प्रत्यर्पण कर उसे भारत भेजा गया है.

पढ़ें- IGI एयरपोर्ट : 14 करोड़ रुपये की हेरोइन की तस्करी, युगांडा की महिला गिरफ्तार

स्पेशल सेल के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह, एसीपी राहुल विक्रम और इंस्पेक्टर अनुज कुमार की टीम लंदन से हरविंदर सिंह को लेकर आ गए हैं. उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया है. वह मूल रूप से काबुल का रहने वाला है. 2008 में उसने ब्रिटिश नागरिकता (british citizenship) ले ली थी. फिलहाल वह यूनाइटेड किंगडम के साउथ हॉल इलाके में रह रहा था. वहां से उसे भारत लाया गया है. वह एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का सरगना भी है जो भारत में लोगों से ड्रग्स लेता था.

नई दिल्ली : ड्रग्स के मामले में वांछित चल रहे तस्कर को लंदन से प्रत्यर्पण कर स्पेशल सेल दिल्ली लाई है. आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ बलविंदर सिंह के साथियों को वर्ष 2018 में स्पेशल सेल ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी कर रखा है.

डीसीपी राजीव रंजन के अनुसार, मार्च 2021 में स्पेशल सेल एक ब्रिटिश नागरिक किशन सिंह को प्रत्यर्पण कर एनडीपीएस एक्ट केस (NDPS act) में दिल्ली लाई थी, जिसके बाद से हरविंदर सिंह उर्फ बलजीत सिंह की तलाश चल रही थी, जो यूके (united kingdom) में मौजूद था. उसके खिलाफ वर्ष 2018 में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला स्पेशल सेल में दर्ज किया गया था. उसके भारतीय साथी की गिरफ्तारी के बाद उसके नाम का खुलासा हुआ था. पुलिस को पता चला था कि वह बड़ी मात्रा में भारत से ड्रग्स लेता है.

आईजीआई एयरपोर्ट से बरामद हुए थे ड्रग्स
डीसीपी के अनुसार 18 मई 2018 को आईजीआई एयरपोर्ट (IGI airport) पर स्पेशल सेल ने छापा मारा था. यहां से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुए थे. इस ड्रग्स को यूके फ्लाइट से भेजा जा रहा था. यहां से आशीष शर्मा और असीम अली को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था. एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज मामले की जांच के दौरान प्रवीण सैनी, राजेंद्र कुमार, पवन कुमार, ललित सुखीजा और अक्षत को भी गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद किए गए थे. आरोपियों ने खुलासा किया है कि इस पूरे गैंग का सरगना हरविंदर सिंह उर्फ बलजीत सिंह बल्ली है, जो ब्रिटेन में रहता है, इस मामले में अदालत में आरोप पत्र दाखिल हो चुका है और ट्रायल कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर रखा था.

पुलिस ने अब तक इस मामले में चार किलो म्याऊं म्याऊं (मेफेड्रोन) ड्रग्स बरामद किया है. इसके अलावा छः लाख से ज्यादा नशे की गोलियां भी इनके पास से बरामद की गई थीं. इस मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद ही उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार की तरफ से यूके सरकार को 2020 में आवेदन भेजा गया था. वहां पर उसे फरवरी 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था. उसे अदालत में पेश किया गया. जहां पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी मुख्य साक्ष्य दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रखें. इसके बाद प्रत्यर्पण कर उसे भारत भेजा गया है.

पढ़ें- IGI एयरपोर्ट : 14 करोड़ रुपये की हेरोइन की तस्करी, युगांडा की महिला गिरफ्तार

स्पेशल सेल के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह, एसीपी राहुल विक्रम और इंस्पेक्टर अनुज कुमार की टीम लंदन से हरविंदर सिंह को लेकर आ गए हैं. उसे तिहाड़ जेल भेज दिया गया है. वह मूल रूप से काबुल का रहने वाला है. 2008 में उसने ब्रिटिश नागरिकता (british citizenship) ले ली थी. फिलहाल वह यूनाइटेड किंगडम के साउथ हॉल इलाके में रह रहा था. वहां से उसे भारत लाया गया है. वह एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का सरगना भी है जो भारत में लोगों से ड्रग्स लेता था.

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