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कोरोना वारियर्स डॉ. सत्येंद्र मिश्रा कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए

कोरोना वारियर्स डॉ. सत्येंद्र मिश्रा कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं. उन्हें मध्य प्रदेश के भोपाल से हैदराबाद एयर एबुलेंस से लाया गया था. उनका सिकंदराबाद के यशोदा अस्पताल में उपचार चल रहा है.

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Published : May 8, 2021, 12:44 AM IST

Updated : May 8, 2021, 4:19 AM IST

डॉ. सत्येंद्र मिश्रा
डॉ. सत्येंद्र मिश्रा

हैदराबाद : कोरोना मरीजों का इलाज करने के दौरान संक्रमित हुए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. सत्येंद्र मिश्रा को मध्य प्रदेश के भोपाल से हैदराबाद एयर एबुलेंस से लाया गया था. वह सिकंदराबाद के यशोदा अस्पताल में उपचार के दौरान अब कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं. जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.

पढ़ें - मध्य प्रदेश से हैदराबाद लाए गए कोरोना वारियर डॉक्टर सत्येंद्र मिश्रा

डॉ. सत्येंद्र मिश्रा जो पिछले एक साल से कोविड रोगियों का इलाज कर रहे थे, स्वयं कोरोना संक्रमित हो गए हैं. संक्रमण इतना बढ़ गया है कि डॉ. सत्येंद्र के फेफड़े 80 प्रतिशत तक संक्रमित हो गए थे. बीते 19 अप्रैल को मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक 38 वर्षीय कोरोना वारियर डॉक्टर की हालत गंभीर हो गई. उन्हें ICATT की एक 4 सदस्यीय विशेष टीम फ्लाइंग आईसीयू एयर एम्बुलेंस टीम द्वारा से तेलंगाना लाया गया था.

वहीं यशोदा अस्पताल का कहना है कि यह स्पष्ट है कि कोविड-एआरडीएस रोगियों का ईसीएमओ के आधार पर 4-6 सप्ताह में फेफड़ों के प्रत्यारोपण कर दिया जाता है. हमारा अस्पताल दुनिया के उन कुछ अस्पतालों में से एक है जिन्होंने कोविड -19 के लिए फेफड़ों के प्रत्यारोपण का बीड़ा उठाया है.

पढ़ें - यशोदा अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा, डॉ. सत्येंद्र मिश्रा की हालत स्थिर

बता दें कि जिस ICATT टीम द्वारा सत्येंद्र मिश्रा को भोपाल से हैदराबाद लाया गया. उसे डॉ राहुल सिंह सरदार और डॉ शालिनी नलवाड़ द्वारा स्थापित किया गया है.ICATT एयर एम्बुलेंस सेवा ने 120 से अधिक कोविड पॉजिटिव रोगियों को स्थानांतरित किया है. उन्होंन अपने विशेष फ्लाइंग आईसीयू एयर एम्बुलेंस से भारत भर में 120 से अधिक कोविड पॉजिटिव रोगियों को विशेष जर्मन अलगाव पॉड्स में स्थानांतरित किया है. उन्होंने पिछले छह महीनों में 60 से अधिक ECMO (हार्ट लंग बाइपास) एयर ट्रांसफर किए हैं.

हैदराबाद : कोरोना मरीजों का इलाज करने के दौरान संक्रमित हुए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. सत्येंद्र मिश्रा को मध्य प्रदेश के भोपाल से हैदराबाद एयर एबुलेंस से लाया गया था. वह सिकंदराबाद के यशोदा अस्पताल में उपचार के दौरान अब कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं. जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.

पढ़ें - मध्य प्रदेश से हैदराबाद लाए गए कोरोना वारियर डॉक्टर सत्येंद्र मिश्रा

डॉ. सत्येंद्र मिश्रा जो पिछले एक साल से कोविड रोगियों का इलाज कर रहे थे, स्वयं कोरोना संक्रमित हो गए हैं. संक्रमण इतना बढ़ गया है कि डॉ. सत्येंद्र के फेफड़े 80 प्रतिशत तक संक्रमित हो गए थे. बीते 19 अप्रैल को मध्य प्रदेश के सागर जिले के एक 38 वर्षीय कोरोना वारियर डॉक्टर की हालत गंभीर हो गई. उन्हें ICATT की एक 4 सदस्यीय विशेष टीम फ्लाइंग आईसीयू एयर एम्बुलेंस टीम द्वारा से तेलंगाना लाया गया था.

वहीं यशोदा अस्पताल का कहना है कि यह स्पष्ट है कि कोविड-एआरडीएस रोगियों का ईसीएमओ के आधार पर 4-6 सप्ताह में फेफड़ों के प्रत्यारोपण कर दिया जाता है. हमारा अस्पताल दुनिया के उन कुछ अस्पतालों में से एक है जिन्होंने कोविड -19 के लिए फेफड़ों के प्रत्यारोपण का बीड़ा उठाया है.

पढ़ें - यशोदा अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा, डॉ. सत्येंद्र मिश्रा की हालत स्थिर

बता दें कि जिस ICATT टीम द्वारा सत्येंद्र मिश्रा को भोपाल से हैदराबाद लाया गया. उसे डॉ राहुल सिंह सरदार और डॉ शालिनी नलवाड़ द्वारा स्थापित किया गया है.ICATT एयर एम्बुलेंस सेवा ने 120 से अधिक कोविड पॉजिटिव रोगियों को स्थानांतरित किया है. उन्होंन अपने विशेष फ्लाइंग आईसीयू एयर एम्बुलेंस से भारत भर में 120 से अधिक कोविड पॉजिटिव रोगियों को विशेष जर्मन अलगाव पॉड्स में स्थानांतरित किया है. उन्होंने पिछले छह महीनों में 60 से अधिक ECMO (हार्ट लंग बाइपास) एयर ट्रांसफर किए हैं.

Last Updated : May 8, 2021, 4:19 AM IST
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