अमरावती : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग की ओर से ट्वीट किए गए 'टूलकिट' से जो चीजें सामने आई हैं उस पर चिंता जाहिर की. जयशंकर ने कहा कि 'बहुत कुछ पता चला है. हम इंतजार करना और देखना चाहते हैं कि और क्या निकलता है. यही कारण है कि कुछ हस्तियों ने जो बयान दिए उनको लेकर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी.'
एस. जयशंकर ने शनिवार को यहां कहा भारत ने अभी तक 15 देशों को कोविड-19 रोधी टीके की आपूर्ति की है और 25 अन्य देशों को यहां निर्मित टीके का इंतजार है. उन्होंने कहा कि तीन श्रेणियों के देश भारत से टीका हासिल करने के इच्छुक हैं गरीब, कीमत को लेकर संवेदनशील देश और दवा कंपनियों के साथ सीधे समझौता करने वाले अन्य देश.
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#WATCH: EAM Dr S Jaishankar speaks on 'Toolkit' matter, says, "It has revealed a lot. We've to wait & see what else comes out. There was a reason why Foreign Ministry reacted to statements which some celebrities gave out on matters on which they obviously didn't know very much." pic.twitter.com/wWmqWtFkL8
— ANI (@ANI) February 6, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) February 6, 2021#WATCH: EAM Dr S Jaishankar speaks on 'Toolkit' matter, says, "It has revealed a lot. We've to wait & see what else comes out. There was a reason why Foreign Ministry reacted to statements which some celebrities gave out on matters on which they obviously didn't know very much." pic.twitter.com/wWmqWtFkL8
— ANI (@ANI) February 6, 2021
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मंत्री ने कहा कि कुछ गरीब देशों को अनुदान के आधार पर टीके की आपूर्ति की जा रही है जबकि कुछ देश उस कीमत पर टीका चाहते हैं जो भारत सरकार टीका निर्माताओं को दे रही है. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को 'विश्व की फार्मेसी' के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं।