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रामचरितमानस को 138 घण्टे 41 मिनट 2 सेकेंड गाकर बनाया वर्ल्ड रिकार्ड, गिनीज बुक में नाम हुआ दर्ज

रामचरितमानस को 138 घण्टे 41 मिनट 2 सेकेंड में गाने वाले काशी के ही बेटे हैं. उनका नाम डॉ. जगदीश पिल्लई है. उनका दावा है कि यह विश्व का सबसे लंबा गाना है.

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Published : May 24, 2023, 10:27 PM IST

डॉ. जगदीश पिल्लई के रामचरितमानस गान पर ईटीवी भारत संवाददाता प्रतिमा तिवारी की रिपोर्ट

वाराणसी: रामचरितमानस का आज तक हमने सिर्फ पाठ ही किया होगा. अब हमें इसे सुनने का भी मौका मिलने वाला है. वो भी पूरे धुन के साथ. इसका बकायदा ऑडियो भी रिकॉर्ड किया गया है, जो आईट्यून और अमेजन प्राइम जैसे चैनलों पर उपलब्ध रहेगा. इसे किसी और ने नहीं बल्कि काशी के ही बेटे ने बनाया है. रामचरितमानस को लेकर अब तक का ये सबसे बड़ा प्रयास माना गया है.

दावा किया जा रहा है कि रामचरितमानस आधिकारिक तौर पर प्रसारित विश्व का सबसे लंबा गाना बन चुका है. ये गिनीज बुक में भी दर्ज हो गया है. 138 घंटे 41 मिनट 02 सेकंड का गाना 'श्री रामचरितमानस' दुनिया भर के 100 से ज्यादा आधिकारिक ऑडियो चैनल में प्रसारित हुआ है. इसे बनाने वाले डॉ. जगदीश पिल्लई का दावा है कि उन्होंने ने पांचवीं बार अपना नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है. इसके साथ ही वे उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा गिनीज रिकॉर्ड धारी बन गए हैं. उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले ही यह रिकॉर्ड उनके नाम हुआ है.

138 घंटे में रामचरितमानस पूरा कर बनाया रिकॉर्डः जगदीश पिल्लई ने बताया कि दुनिया का सबसे लंबा गाना मैंने 2016 में देखा था जो अमेरिकन का था. इसके बाद किसी ने इंट्रूमेंट को लंबा करके बनाया था. किसी ने कभी गाकर और धुन के साथ नहीं बनाया था. करीब 50 से 60 घंटे के आस-पास रामचरितमानस खत्म हो जाता है. इसे लंबा करने के लिए मैंने इसमें भजन, कीर्तन जोड़ा है. उन्होंने बताया कि मुझे इसे 115 घंटे में इस रिकॉर्ड को तोड़ना था. मैंने 138 घंटे में रामचरितमानस पूरा कर दिया. इसके बाद डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स को इसे भेजा गया.

आईट्यून, अमेजन प्राइम जैसे प्लेटफॉर्म पर भी भेजा गयाः उन्होंने बताया कि इसे आईट्यून, अमेजन प्राइम के साथ ही वर्ल्ड वाइड प्रसारित होना है. उसके पूरे लिंक गिनीज के पास जाएंगे. इसके बाद उनका वेरीफिकेशन भी होगा. इसके बाद ही गिनीज बुक रिकॉर्ड मिल सकेगा. रामचरितमानस को अंग्रेजी में ट्रांसलेशन करके देना होगा. वेरीफिकेशन में एक से डेढ़ महीने का वक्त लगा. अभी 10 दिन पहले ही ये रिकॉर्ड हमारे नाम हुआ है. जगदीश पिल्लई ने बताया कि वैदिक साइंस में मेरी पीएचडी है. इन सभी विषयों पर मेरा गहन अध्ययन है.

'मेरा भगवान राम के विषय पर विशेष अध्ययन रहा है': जगदीश पिल्लई ने बताया कि लोग अयोध्या में जन्म लिए राम को जानते हैं, लेकिन मैं उससे पहले वाले राम को जानता हूं. जहां से राम की शुरुआत हुई है. वाल्मीकि जी को राम से कुछ न कुछ फायदे हुए होंगे तभी उन्होंने रामायण लिखा और रामचरितमानस लिखा गया. मेरा इस विषय पर अध्ययन रहा है. इसीलिए मैंने इस पर काम किया. राम भगवान से प्रेरणा नहीं मिलती, राम शब्द से प्रेरणा मिलती है. मैंने इस पूरा अध्ययन किया है. इसी के बाद मैंने इस पर काम करने के विषय में सोचा.

पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका के नाम दर्ज थाः उन्होंने बताया कि 20 मई 2019 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के नियमों के आधार पर वीडियोग्राफी के साथ इसकी रिकॉर्डिंग शुरू हुई. कोविड महामारी की वजह से एक साल से ज्यादा रिकॉर्डिंग बंद रहा. उसके बाद फिर शुरू हुआ और 10 नवंबर 2022 को रिकॉर्डिंग पूरा किया गया. 138 घंटे 41 मिनट 02 सेकंड का गाना तैयार करने में रिकॉर्डिंग, एडिटिंग, मिक्सिंग सहित चार साल में 63 दिन और 295 घंटे का समय लगा. पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका एवं यूनाइटेड किंगडम के नाम था, अब भारत के नाम हो गया है.

'काशी के लिए गौरव की बात, काशी के बेटे ने बनाया रिकॉर्ड': दया शंकर मिश्र ने बताया कि रामचरित मानस की रचना काशी में हुई है. गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपना पूरा जीवन काशी में ही बिताया. ये उनकी कर्मस्थली थी. काशी के लिए ये गौरव की बात है कि काशी के ही बेटे ने, जिनका ये 5वां गिनीज बुक रिकॉर्ड है, उन्होंने रामचरितमानस पर काम किया है. रामचरितमानस दुनिया का सबसे लंबा धार्मिक ग्रंथ है. इसकी उपयोगिता भारत के घर-घर में है. इन्होंने 138 घंटे तक इसे लगातार पढ़कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है.

ये भी पढ़ेंः अखिलेश के सपने को पूरा करने जा रही योगी सरकार, वरुणा नदी को पुनर्जीवित करने की कवायद

डॉ. जगदीश पिल्लई के रामचरितमानस गान पर ईटीवी भारत संवाददाता प्रतिमा तिवारी की रिपोर्ट

वाराणसी: रामचरितमानस का आज तक हमने सिर्फ पाठ ही किया होगा. अब हमें इसे सुनने का भी मौका मिलने वाला है. वो भी पूरे धुन के साथ. इसका बकायदा ऑडियो भी रिकॉर्ड किया गया है, जो आईट्यून और अमेजन प्राइम जैसे चैनलों पर उपलब्ध रहेगा. इसे किसी और ने नहीं बल्कि काशी के ही बेटे ने बनाया है. रामचरितमानस को लेकर अब तक का ये सबसे बड़ा प्रयास माना गया है.

दावा किया जा रहा है कि रामचरितमानस आधिकारिक तौर पर प्रसारित विश्व का सबसे लंबा गाना बन चुका है. ये गिनीज बुक में भी दर्ज हो गया है. 138 घंटे 41 मिनट 02 सेकंड का गाना 'श्री रामचरितमानस' दुनिया भर के 100 से ज्यादा आधिकारिक ऑडियो चैनल में प्रसारित हुआ है. इसे बनाने वाले डॉ. जगदीश पिल्लई का दावा है कि उन्होंने ने पांचवीं बार अपना नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है. इसके साथ ही वे उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा गिनीज रिकॉर्ड धारी बन गए हैं. उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले ही यह रिकॉर्ड उनके नाम हुआ है.

138 घंटे में रामचरितमानस पूरा कर बनाया रिकॉर्डः जगदीश पिल्लई ने बताया कि दुनिया का सबसे लंबा गाना मैंने 2016 में देखा था जो अमेरिकन का था. इसके बाद किसी ने इंट्रूमेंट को लंबा करके बनाया था. किसी ने कभी गाकर और धुन के साथ नहीं बनाया था. करीब 50 से 60 घंटे के आस-पास रामचरितमानस खत्म हो जाता है. इसे लंबा करने के लिए मैंने इसमें भजन, कीर्तन जोड़ा है. उन्होंने बताया कि मुझे इसे 115 घंटे में इस रिकॉर्ड को तोड़ना था. मैंने 138 घंटे में रामचरितमानस पूरा कर दिया. इसके बाद डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स को इसे भेजा गया.

आईट्यून, अमेजन प्राइम जैसे प्लेटफॉर्म पर भी भेजा गयाः उन्होंने बताया कि इसे आईट्यून, अमेजन प्राइम के साथ ही वर्ल्ड वाइड प्रसारित होना है. उसके पूरे लिंक गिनीज के पास जाएंगे. इसके बाद उनका वेरीफिकेशन भी होगा. इसके बाद ही गिनीज बुक रिकॉर्ड मिल सकेगा. रामचरितमानस को अंग्रेजी में ट्रांसलेशन करके देना होगा. वेरीफिकेशन में एक से डेढ़ महीने का वक्त लगा. अभी 10 दिन पहले ही ये रिकॉर्ड हमारे नाम हुआ है. जगदीश पिल्लई ने बताया कि वैदिक साइंस में मेरी पीएचडी है. इन सभी विषयों पर मेरा गहन अध्ययन है.

'मेरा भगवान राम के विषय पर विशेष अध्ययन रहा है': जगदीश पिल्लई ने बताया कि लोग अयोध्या में जन्म लिए राम को जानते हैं, लेकिन मैं उससे पहले वाले राम को जानता हूं. जहां से राम की शुरुआत हुई है. वाल्मीकि जी को राम से कुछ न कुछ फायदे हुए होंगे तभी उन्होंने रामायण लिखा और रामचरितमानस लिखा गया. मेरा इस विषय पर अध्ययन रहा है. इसीलिए मैंने इस पर काम किया. राम भगवान से प्रेरणा नहीं मिलती, राम शब्द से प्रेरणा मिलती है. मैंने इस पूरा अध्ययन किया है. इसी के बाद मैंने इस पर काम करने के विषय में सोचा.

पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका के नाम दर्ज थाः उन्होंने बताया कि 20 मई 2019 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के नियमों के आधार पर वीडियोग्राफी के साथ इसकी रिकॉर्डिंग शुरू हुई. कोविड महामारी की वजह से एक साल से ज्यादा रिकॉर्डिंग बंद रहा. उसके बाद फिर शुरू हुआ और 10 नवंबर 2022 को रिकॉर्डिंग पूरा किया गया. 138 घंटे 41 मिनट 02 सेकंड का गाना तैयार करने में रिकॉर्डिंग, एडिटिंग, मिक्सिंग सहित चार साल में 63 दिन और 295 घंटे का समय लगा. पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका एवं यूनाइटेड किंगडम के नाम था, अब भारत के नाम हो गया है.

'काशी के लिए गौरव की बात, काशी के बेटे ने बनाया रिकॉर्ड': दया शंकर मिश्र ने बताया कि रामचरित मानस की रचना काशी में हुई है. गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपना पूरा जीवन काशी में ही बिताया. ये उनकी कर्मस्थली थी. काशी के लिए ये गौरव की बात है कि काशी के ही बेटे ने, जिनका ये 5वां गिनीज बुक रिकॉर्ड है, उन्होंने रामचरितमानस पर काम किया है. रामचरितमानस दुनिया का सबसे लंबा धार्मिक ग्रंथ है. इसकी उपयोगिता भारत के घर-घर में है. इन्होंने 138 घंटे तक इसे लगातार पढ़कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है.

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