श्रीनगर/सुचेतगढ़ : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला ने बालटाल मार्ग से निकलने वाली श्री अमरनाथ जी वार्षिक तीर्थयात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए बालटाल का दौरा किया. संबंधित अधिकारियों के साथ उन्होंने तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल, बिजली, संचार, जल आपूर्ति और स्वच्छता, मौसम पूर्वानुमान, आपदा प्रबंधन, सुरक्षा ग्रिड और अन्य सभी बुनियादी आवश्यकताओं के लिए किए गए प्रबंधों पर चर्चा की. उनके साथ वरिष्ठ नेता मियां अल्ताफ, मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक और सांसद हसनैन मसूदी भी थे. इधर, सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान जम्मू-कश्मीर में एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
बीएसएफ के सैकड़ों कर्मियों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर यहां ओक्टेरियो सीमा चौकी पर आयोजित एक योग सत्र में भाग लिया. बीएसएफ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) छितर पाल ने यहां कार्यक्रम के इतर कहा, "हम चाहते हैं कि हमारे सैनिक स्वास्थ रहें और प्रभावी तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें. हमने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है और यह हमारे जवानों को तनाव मुक्त रहने में मदद करता है."
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डीजीआई ने आगामी अमरनाथ तीर्थयात्रा के बारे में कहा, "हमारी सबसे बड़ी चुनौती अमरनाथ यात्रा है जो एक जुलाई से शुरू हो रही है. हमने उसके लिए पूरी तैयारी कर ली है. हमारे जवान पूरी तरह तैयार और सतर्क हैं." दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा 31 अगस्त तक जारी रहेगी. इससे पहले जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा था कि हिंसा मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर तीर्थयात्री अच्छी यादों के साथ घर जाए. आगे कहा कि यहां के लोगों ने हिंसा को खारिज कर दिया है और शांतिपूर्ण जीवन जी रहे हैं. डीजीपी ने श्रीनगर में डल झील महोत्सव के मौके पर मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान यह बात कही थी.
(इनपुट-भाषा)