हरिद्वार : कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में भयावह स्थिति बनी हुई है. मरीज सड़कों और अस्पतालों में दम तोड़ रहे हैं. बात अगर श्मशान घाटों की करें, तो यहां भी कमोवेश यही हालात हैं. श्मशान घाटों पर शवों को जलाने के लिए लाइनें लगानी पड़ रही हैं. अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ रही है. जिसके कारण श्मशान घाटों में आनन-फानन में शवों को जलाया जा रहा है.
इस बीच हरिद्वार के चंडी घाट श्मशान घाट में शवों के दाह संस्कार करने में लापरवाही का वीडियो सामने आया है. जिसमें कर्मचारी शवों को आधा-अधूरा जलाकर छोड़ दे रहे हैं. उसके बाद शवों के अंगों को शिकारी कुत्ते उठाकर ले जा रहे हैं.
हरिद्वार के नमामि गंगे चंडी घाट पुल के नीचे नया श्मशान घाट बनाया गया था. यहां कर्मचारियों की ओर से शवों के दाह संस्कार करने में लापरवाही बरती जा रही है. शवों को जल्दबाजी में आधा-अधूरा जलाकर छोड़ दिया जा रहा है. जिसके बाद शिकारी कुत्ते शवों के हिस्सों को उठाकर ले जा रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें कुत्ते श्मशान घाट में शवों के बचे अवशेषों को उठाकर खा रहे हैं.
देहरादून से हरिद्वार पहुंची माता राजराजेश्वरी ने कुत्तों को शवों के अंग खाते देखा. जिसके बाद उन्होंंने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. उनका वीडियो में साफ कहना है कि जब तब मृतकों के परिजन रहते हैं, कर्मचारी शवों को जलाते रहते हैं. उनके जाने के बाद शवों को अधजला छोड़ दिया जाता है.
शवों के पूरी तरह से जलने से पहले ही कर्मचारी वहां से हट जाते हैं. जिससे कुत्ते शवों के अंगों को खींचकर ले जाते हैं. कुत्ते दिनभर उन्हें नोचते हैं. इस मामले पर चंडी घाट श्मशान समिति का कहना है कि उनके द्वारा सभी शवों को सही से जलाया जाता है. जिसमें कोई लापरवाही नहीं बरती जाती है.
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