पटना: आधुनिकता के इस दौर में लोगों की जरूरतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. इंसानी जरूरत को लेकर तो लोग संवेदनशील हैं पर बेजुबान जानवरों की चिंता बहुत कम लोगों को है. हाल के कुछ वर्षों में पालतू कुत्तों के प्रति लोगों का प्रेम (Dog Lovers In Patna) भी बढ़ रहा है. बड़ी संख्या में लोग अलग-अलग ब्रीड्स के कुत्ते पालना पसंद करते हैं. आम लोगों और बेजुबान जानवरों की सहूलियत के लिए पटना में डॉग हॉस्टल (Providing Good Facilities To Dogs) की परिपाटी शुरू हुई है. जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली है.
कुत्ते को सबसे बफादार जानवर माना जाता है. वह भी परिवार के सदस्य की तरह ही हमारे साथ रहते हैं. लेकिन समस्या तब होती है जब हम कहीं बाहर घूमने का प्लान करते हैं. ऐसे में कुत्ते को कहां रखेंगे, यही परेशानी होती है. लेकिन अब इस परेशानी का समाधान भी निकल गया है. पटना में कुत्तों के लिए हॉस्टल खोला गया है. जहां उनकी बहुत अच्छे तरीके से देखभाल की जाती हैं.
राजधानी पटना में डॉग हॉस्टल का ट्रेंड चल पड़ा है. आप अगर बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं तो अपने पालतू कुत्ते को डॉग हॉस्टल में रख सकते हैं. आप अगर कहीं शादी-विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे हैं और आप चाहते हैं कि, आपकी तरह आप के पालतू कुत्ते का ख्याल रखा जाए तो, बेशक आप अपने पालतू कुत्ते को डॉग हॉस्टल में रख सकते हैं.
डॉग हॉस्टल में जर्मन शेफर्ड, पग, बुलडॉग, डाबर मैन, पमेलियन, लेब्रा समेत कई अलग-अलग नस्ल के कुत्ते इस वक्त मौजूद हैं. केयर टेकर इनका ख्याल तो रखते ही है साथ ही इनके साथ खेलते भी हैं ताकि कुत्तों को अपने घर जैसा ऐहसास हो. लोग बड़े शौक से हॉस्टल में देखभाल के लिए अपने प्यारे कुत्तों को छोड़ जाते हैं. कई ऐसे लोग भी हॉस्टल में डॉग रखने आते हैं जो सुबह दफ्तर जाते हैं और शाम में फिर वापस लेने आ जाते हैं. तब तक केयर टेकर बेहतर ढंग से देखभाल करते हैं और यहां ट्रेनिंग भी देते हैं. कोरोना काल में इस तरह के हॉस्टल की मांग काफी बढ़ गई थी.
जब आप अपने पालतू कुत्ते को लेकर डॉग हॉस्टल में जाते हैं तो, बकायदा पालतू कुत्ते के बारे में डॉग हॉस्टल के संचालक पूरी जानकारी लेते हैं और एक डायरी बनाई जाती है. पालतू कुत्ता कब सोता है, कब जागता है और नाश्ते के साथ साथ खाने में क्या लेता है, तमाम चीजें नोट की जाती हैं. कुत्ता अगर मांसाहारी है तो, उसे चिकन दिया जाता है, अन्यथा शाकाहारी कुत्ते को दूध, दही, रोटी और चावल भोजन में दिया जाता है.
राजधानी पटना से 15 किलोमीटर दूर चैनपुर में सबसे बड़ा डॉग हॉस्टल (Biggest Dog Hostel In Chainpur Patna) है. डॉग हॉस्टल में 100 से ज्यादा पालतू कुत्ते को रखने का इंतजाम है. डॉग हॉस्टल के केयर टेकर विक्रम बताते हैं कि, हमारे हॉस्टल में सभी ब्रीड के पालतू कुत्ते हैं और हम उनका ख्याल बड़े ही मानवीय ढंग से रखते हैं.
"पालतू कुत्ते को हम समय पर खाना देते हैं. उनके साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाता है. एक पालतू कुत्ते को रखने के लिए हम प्रतिदिन का 400 रुपये लेते हैं. कुत्ते से संबेधित सारी जानकारी उसके मालिक से लेकर हम एक डायरी बनाते हैं. उसी डायरी के आधार पर कुत्ते की देखरेख की जाती है. इस बीच अगर कोई कुत्ता बीमार पड़ गया तो, हम उसका ट्रीटमेंट भी करते हैं."- विक्रम, डॉग हॉस्टल के केयर टेकर
देखरेख के लिए पटना में कुत्तों का केयर सेंटर (Dog Care Center In Patna) भी है. केयर सेंटर में ठंड को देखते हुए डॉग के लिए घर, जूते और जैकेट उपलब्ध हैं. गुड्डू बताते हैं कि, पालतू डॉग के जरूरतों का पूरा ख्याल हम रखते हैं और हमारे पास खाने से लेकर इलाज तक की व्यवस्था है. हम डॉग्स का बराबर अंतराल पर हेल्थ चेकअप भी कराते हैं.
ये भी पढे़ं: कांग्रेस नेता की विधानसभा में अभद्र टिप्पणी पर फुटा स्मृति ईरानी का गुस्सा
"कुत्ते से जुड़े सारी चीजें हमारे पास उपलब्ध है. हमारे पास अपने कुत्ते को लेकर दूर-दूर से लोग आते हैं. हम अपने हॉस्टल में डॉग्स का पूरा ख्याल रखते हैं."- गुड्डु,डॉग हॉस्टल के केयर टेकर
वहीं इस पहल से पशु प्रेमी भी काफी खुश हैं. स्थानीय नागरिक सत्येंद्र कुमार पहल की तारीफ करते नहीं थकते हैं. सत्येंद्र का कहना है कि, मानवीय जरूरतों को लेकर तो लोग संवेदनशील रहते हैं लेकिन अब लोग बेजुबान जानवरों की भी चिंता कर रहे हैं. यह एक सकारात्मक पहल है. आम लोगों के लिए भी यह राहत भरी खबर है. लोग निजी काम से बेफिक्र होकर बाहर जा सकते हैं.
"पालतू जानवरों को लेकर जो हॉस्टल खुल रहे हैं वो एक बढ़िया कॉन्सेप्ट है. लोगों को अपने कुत्ते से बहुत लगाव होता है. लेकिन अगर कहीं बाहर जाना पड़े तो, कुत्तों को रखने की समस्या होती है. हॉस्टल में अच्छे से देखभाल की जाती है. ऐसे में लोग चिंतामुक्त होकर बाहर जा सकते हैं. ऐसे कॉन्सेप्ट से लोगों का जानवरों के प्रति लगाव और बढ़ेगा."- सत्येंद्र कुमार, स्थानीय निवासी
ये भी पढ़ें: रोजाना 800 कुत्तों को खाना खिलाती है यह महिला, जानिये कैसे हुई थी शुरुआत