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Telangana : डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान पेट में छोड़ी रुई, नवजात को जन्म देने के 3 दिन बाद महिला की मौत

तेलंगाना में डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई. स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव के आदेश के बाद कमिश्नर ने अस्पताल में जांच की और महिला की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टर को निलंबित कर दिया.

medical negligence
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 24, 2023, 10:43 PM IST

अचम्पेट: सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है.

सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया. अचम्पेट नगर पालिका के दर्शनगडथंडा की 27 वर्षीय गर्भवती रामावत रोजा को 15 अगस्त को प्रसव के लिए शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉ. कृष्णा ने उसका ऑपरेशन किया और उसने एक बच्चे को जन्म दिया. तीन दिन की निगरानी के बाद उसे घर भेज दिया गया.

घर जाने के बाद महिला को थोड़ी ब्लीडिंग होने लगी. मंगलवार को समस्या बढ़ने पर उसे फिर से सरकारी अस्पताल लाया गया और निजी अस्पताल में जाने की सलाह दी गई. निजी अस्पताल में जाने के बाद उसे हैदराबाद के एक बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया. बाद में रोजा को हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और मंगलवार रात उसकी मौत हो गई.

पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने बुधवार को एटचैम्पेट के अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि महिला की मौत अत्यधिक खून बहने के कारण हुई क्योंकि सर्जरी करने वाले डॉ. कृष्णा ने महिला के पेट में 'रुई' छोड़ दी थी. उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. सरकारी सचेतक गुव्वाला बलाराजू ने आश्वासन दिया कि वह पीड़ित परिवार की देखभाल करेंगे और परिजनों को आश्वासन दिया कि डॉक्टर को बख्शा नहीं जाएगा.

वरिष्ठ निरीक्षक गोवर्धन ने बताया कि रोजा के पति रिक्या की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. राज्य के चिकित्सा नीति आयुक्त डॉ. अजय कुमार ने बताया कि महिला की मौत के लिए जिम्मेदार सरकारी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. कृष्णा को निलंबित कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव के आदेशानुसार कमिश्नर ने अस्पताल में जांच की.

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सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया. अचम्पेट नगर पालिका के दर्शनगडथंडा की 27 वर्षीय गर्भवती रामावत रोजा को 15 अगस्त को प्रसव के लिए शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉ. कृष्णा ने उसका ऑपरेशन किया और उसने एक बच्चे को जन्म दिया. तीन दिन की निगरानी के बाद उसे घर भेज दिया गया.

घर जाने के बाद महिला को थोड़ी ब्लीडिंग होने लगी. मंगलवार को समस्या बढ़ने पर उसे फिर से सरकारी अस्पताल लाया गया और निजी अस्पताल में जाने की सलाह दी गई. निजी अस्पताल में जाने के बाद उसे हैदराबाद के एक बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया. बाद में रोजा को हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और मंगलवार रात उसकी मौत हो गई.

पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने बुधवार को एटचैम्पेट के अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि महिला की मौत अत्यधिक खून बहने के कारण हुई क्योंकि सर्जरी करने वाले डॉ. कृष्णा ने महिला के पेट में 'रुई' छोड़ दी थी. उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. सरकारी सचेतक गुव्वाला बलाराजू ने आश्वासन दिया कि वह पीड़ित परिवार की देखभाल करेंगे और परिजनों को आश्वासन दिया कि डॉक्टर को बख्शा नहीं जाएगा.

वरिष्ठ निरीक्षक गोवर्धन ने बताया कि रोजा के पति रिक्या की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. राज्य के चिकित्सा नीति आयुक्त डॉ. अजय कुमार ने बताया कि महिला की मौत के लिए जिम्मेदार सरकारी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. कृष्णा को निलंबित कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव के आदेशानुसार कमिश्नर ने अस्पताल में जांच की.

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