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महिला को महंगी पड़ी डॉक्टर की लापरवाही, इलाज के लिए अस्पतालों का काटना पड़ा चक्कर

ओडिशा के कोरापुट जिले के नन्दपुर ब्लॉक अंतर्गत परठा गांव की एक महिला को डॉक्टर की लापरवाही का हर्जाना भरना पड़ गया. जयपुर स्थित जिला मुख्य अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से इलाज के बाद महिला को चार और अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ा. हालांकि, अब महिला के स्वास्थ्य में सुधार है.

कोरापुट जिले के नन्दपुर ब्लॉक परठा गांव की सविता माझी
कोरापुट जिले के नन्दपुर ब्लॉक परठा गांव की सविता माझी
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Published : Mar 25, 2021, 6:10 PM IST

कोरापुट : ओडिशा के कोरापुट जिले में आदिवासी महिला का ऑपरेशन करने के दौरान एक डॉक्टर लापरवाही कर बैठी. डॉक्टर की लापरवाही ऐसी कि बात महिला की जान पर बन गई.

यह घटना नन्दपुर ब्लॉक परठा गांव की है. दो बच्चों की मां सावित्री ने परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने का निर्णय लिया. गांव की ही आशाकर्मी के साथ वह जयपुर स्थित जिला मुख्य चिकित्सालय गईं. वहां, अन्य महिलाओं की तरह सावित्री का भी ऑपरेशन स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सस्मिता दास ने किया.

ऑपरेशन के दौरान सावित्री के गर्भ में सुई का एक हिस्सा टूटकर रह गया. ऑपरेशन के बाद उसे दर्द शुरू हुआ और वह बेहोश हो गई. डॉक्टर ने उनका एक्स-रे किया, तो पता चला कि उनके गर्भ में सुई का टूटा हिस्सा रह गया है. जिला मुख्य चिकित्सालय से उन्हें कोरापुट मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया गया. लेकिन यहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया.

वह आशाकर्मी के साथ ब्रह्मपुर मेडिकल जा पहुंची. वहां भी सावित्री का इलाज नहीं हुआ और उसे कटक के मुख्य अस्पताल भेज दिया गया.

पढ़ेंः ओडिशा ने टीकाकरण अभियान में फ्रंट लाइन वर्कर को शामिल करने की मांगी अनुमति

अंत में कटक के एससीबी अस्पताल में सावित्री का इलाज हुआ और वह घर लौटी.

बहरहाल, उनके स्वस्थ होने की पुष्टि सीडीएमओ मकरंद बेउरा ने की है. लेकिन इस घटना के बाद डॉक्टर की जिम्मेदारी और कोरापुट में स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग गया है.

कोरापुट : ओडिशा के कोरापुट जिले में आदिवासी महिला का ऑपरेशन करने के दौरान एक डॉक्टर लापरवाही कर बैठी. डॉक्टर की लापरवाही ऐसी कि बात महिला की जान पर बन गई.

यह घटना नन्दपुर ब्लॉक परठा गांव की है. दो बच्चों की मां सावित्री ने परिवार नियोजन का ऑपरेशन कराने का निर्णय लिया. गांव की ही आशाकर्मी के साथ वह जयपुर स्थित जिला मुख्य चिकित्सालय गईं. वहां, अन्य महिलाओं की तरह सावित्री का भी ऑपरेशन स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सस्मिता दास ने किया.

ऑपरेशन के दौरान सावित्री के गर्भ में सुई का एक हिस्सा टूटकर रह गया. ऑपरेशन के बाद उसे दर्द शुरू हुआ और वह बेहोश हो गई. डॉक्टर ने उनका एक्स-रे किया, तो पता चला कि उनके गर्भ में सुई का टूटा हिस्सा रह गया है. जिला मुख्य चिकित्सालय से उन्हें कोरापुट मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया गया. लेकिन यहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया.

वह आशाकर्मी के साथ ब्रह्मपुर मेडिकल जा पहुंची. वहां भी सावित्री का इलाज नहीं हुआ और उसे कटक के मुख्य अस्पताल भेज दिया गया.

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अंत में कटक के एससीबी अस्पताल में सावित्री का इलाज हुआ और वह घर लौटी.

बहरहाल, उनके स्वस्थ होने की पुष्टि सीडीएमओ मकरंद बेउरा ने की है. लेकिन इस घटना के बाद डॉक्टर की जिम्मेदारी और कोरापुट में स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग गया है.

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