नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गुरुवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से जिन इलाकों में कोविड-19 के नए मामले आ रहे हैं, वहां उच्च स्तरीय जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही केंद्र ने महामारी से लड़ने के लिए पांच सूत्रीय रणनीति 'जांच, पता लगाना, इलाज करना, टीकाकरण और कोविड-19 अनुकूल व्यवहार' का अनुपालन करने पर भी जोर दिया.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि गत चार महीनों से पूरे देश में संक्रमितों की संख्या में कमी आने के बाद गत दो हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. उन्होंने पत्र में रेखांकित किया कि एक जून को समाप्त हुए सप्ताह में रोजाना औसतन 2,663 नए मामले आ रहे थे जो आठ जून को समाप्त हुए सप्ताह में बढ़कर 4,207 मामले रोजाना हो गए हैं. भूषण ने कहा कि साप्ताहिक संक्रमण दर भी एक जून को समाप्त सप्ताह के 0.63 प्रतिशत से बढ़कर आठ जून को समाप्त सप्ताह में 1.12 प्रतिशत हो गई है.
बीते 24 घंटे के दौरान भारत में कोविड-19 के 7,240 नए मामले आए है जिनमें से 81 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली और कर्नाटक में दर्ज किए गए हैं. भूषण ने राज्य द्वारा अपनाई जा सकने वाली विशेष रणनीति का उल्लेख किया, जिसमें जांच और निगरानी, चिकित्सा प्रबंधन, टीकाकरण, कोविड अनुकूल व्यवहार और सामुदायिक सहभागिता के साथ-साथ सबूत आधारित निर्णय शामिल है.
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स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह भी सलाह दी कि वे प्रति 10 लाख आबादी पर औसत दैनिक जांच की निगरानी करें और कुल जांच में आरटी-पीसीआर जांच की हिस्सेदारी पर भी गौर करे. उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इंफ्लूएंजा जैसी बीमारियों की सभी अस्पतालों में नियमित तौर पर निगरानी बढ़ानी चाहिए ताकि संक्रमण के प्रसार का शुरुआती स्तर में ही पता लगाया जा सके.