बेंगलुरु: येदियुरप्पा ने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मेरा मामला सीबीआई को दे दिया. बीजेपी विधायकों पर भी काफी मामले हैं. डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने जवाब दिया, उन्होंने जांच के लिए किसी और का नहीं बल्कि सिर्फ मेरा दिया. बेंगलुरु में बोलते हुए शिवकुमार ने साफ कहा कि महाधिवक्ता ने खुद ही साफ कर दिया है कि वह इस मामले में सीबीआई जांच की इजाजत नहीं देंगे.
हालांकि, येदियुरप्पा ने सीएम रहते हुए इस मुद्दे को स्पीकर के पास न ले जाकर सीधे सीबीआई जांच की अनुमति दे दी थी. सीबीआई ने कहा है कि 90 फीसदी जांच पूरी हो चुकी है. लेकिन कोई जिज्ञासु मेरे पास नहीं आया. ब्यौरा तक नहीं मिला. आइए देखें वे क्या करते हैं. उन्होंने कहा, मैं इस पर अपने वकील से चर्चा करूंगा. विपक्षी दलों की आलोचना पर बात करते हुए शिवकुमार ने कहा कि वह उन सभी लोगों को जवाब नहीं दे सकते जो सड़क किनारे निकलते हैं.
उन्होंने कहा कि कोर्ट जो कहता है उसका सम्मान किया जाना चाहिए. आपको दूसरों की बात नहीं सुननी चाहिए. हाईकोर्ट ने गुरुवार को आय से अधिक संपत्ति के आरोप में उपमुख्यमंत्री और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर को रद्द करने से इनकार कर दिया. साथ ही मामले की जांच के लिए पहले लगाई गई रोक को भी हटाने का आदेश दिया है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद डीवी सदानंद गौड़ा ने मांग की कि 'हाईकोर्ट ने डीके शिवकुमार के खिलाफ जांच को हरी झंडी दे दी है. पैसे के स्रोत का पता लगाने के लिए सीबीआई जांच की जरूरत है. इसलिए सिद्धारमैया को आईटी छापे मामले में मिली करोड़ों की रकम को सीबीआई को सौंप देना चाहिए.' भाजपा नेताओं ने मल्लेश्वरम में राज्य भाजपा कार्यालय, जगन्नाथ भवन में राज्य कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक नया पोस्टर जारी किया.
बीजेपी ने एटीएम गवर्नमेंट कलेक्शन वामसावली नाम से एक बड़ा पोस्टर जारी किया है. सदानंद गौड़ा ने जोर दिया कि उच्च न्यायालय द्वारा सीबीआई को जांच जारी रखने का आदेश देने के बाद डीसीएम डीके शिवकुमार को नैतिक रूप से अपने पद पर बने नहीं रहना चाहिए. कांग्रेस आलाकमान को तुरंत डीके के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए.