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दिग्विजय का शिवराज को पत्र, RSS की संस्था का जमीन आवंटन रद करने की मांग

मध्य प्रदेश में आरएसएस (RSS) की संस्था उद्योग भारती का जमीन आवंटन रद करने को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. जानिए क्या है पूरा मामला.

दिग्विजय शिवराज
दिग्विजय शिवराज
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Published : Jul 13, 2021, 5:22 PM IST

भोपाल : आरएसएस (RSS) की संस्था उद्योग भारती को गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में जमीन देने के मामले में अब दिग्विजय सिंह (digvijay singh) सक्रिय हो गए हैं. दिग्विजय ने सोमवार को भेल प्रबंधन, तो मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm-shivraj singh) को पत्र लिखा है.

पत्र में पुराने कई मामलों का हवाला देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जिस तरह से पिछले मामलों में आपने कुछ लोगों को जमीन दी, लेकिन कोर्ट के आदेश के चलते जमीन सौदे को निरस्त करना पड़ा. इस मामले में भी ऐसा होने की संभावना है इसलिए उद्योग भारती को दी गई जमीन को तत्काल निरस्त किया जाए. क्योंकि वह पार्क की जमीन है.

कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को आवंटित जमीन का जिक्र

पत्र
पत्र

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पत्र में कहा कि राजधानी के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में एक सार्वजनिक उद्यान को आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को कार्यालय निर्माण के लिए 10 हजार वर्ग फुट जमीन आवंटित करना बिल्कुल गलत है. इससे पहले कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को आपने जमीन आवंटित की थी. जमीन आवंटन के इस आदेश को उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दिया था.

एसोसिएशन ने पार्किंग के लिए मांगी थी जमीन

दिग्विजय ने लिखा कि 1970 में निर्मित इस पार्क का गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन पिछले 50 वर्षों से मेंटेनेंस कर रही है. एसोसिएशन ने गाडियों को पार्क करने के लिए जमीन आवंटन की मांग की थी. एसोसिएशन को जमीन देने की जगह आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को जमीन आवंटित कर दी गई. यह इंडस्ट्रियल एरिया का एक मात्र पार्क है, जिसका उपयोग श्रमिक वर्ग भोजन करने और आराम करने के लिए करते हैं.

एक रुपए में बेची 10 हजार वर्ग फीट जमीन

दिग्विजय ने पत्र में लिखा कि कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को शिवराज सरकार ने 20 एकड़ जमीन आवंटित की थी. उच्च न्यायालय ने इस मामले में आवंटित की गई जमीन को वर्ष 2011 में गैर कानूनी मानते हुए रद कर दिया था. कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को करोड़ों रुपए कीमत की यह जमीन सिर्फ 25 लाख रुपये में दी गई थी. वहीं अब सरकार ने लघु उद्योग भारती को 10 हजार वर्ग फीट जमीन सिर्फ 1 रुपये में दे दी.

दिग्विजय पहले भी कर चुके है विरोध

गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में लघु उद्योग भारती को जमीन देने का विरोध कांग्रेस ने शुरू किया. 11 जुलाई को भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचने की कोशिश की थी. पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया था.

पढ़ें- MP में लोकतांत्रिक सरकार या लोकतंत्र कुचलने वाला गिरोह- दिग्विजय सिंह

राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इस पर विरोध जताय़ा. उन्होंने कहा कि 10 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह पर पुलिस अधिकारी ने जिस तरह लाठी तानी यह प्रदेश के लिए शुभ संकेत नहीं है. यह देखकर लगता है कि प्रदेश में बड़े लोगों का सम्मान नहीं हो रहा है, कल को बीजेपी के भी पूर्व सीएम को लाठी दिखाई जा सकती है. तन्खा ने कहा कि उन्हें यह पता होना चाहिए कि पीएम और सीएम के पद पर कोई हमेशा नहीं बना रह सकता है. विवेक तन्खा ने कहा कि लोकतंत्र में सबको विरोध करने का अधिकार है.

भोपाल : आरएसएस (RSS) की संस्था उद्योग भारती को गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में जमीन देने के मामले में अब दिग्विजय सिंह (digvijay singh) सक्रिय हो गए हैं. दिग्विजय ने सोमवार को भेल प्रबंधन, तो मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm-shivraj singh) को पत्र लिखा है.

पत्र में पुराने कई मामलों का हवाला देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है कि जिस तरह से पिछले मामलों में आपने कुछ लोगों को जमीन दी, लेकिन कोर्ट के आदेश के चलते जमीन सौदे को निरस्त करना पड़ा. इस मामले में भी ऐसा होने की संभावना है इसलिए उद्योग भारती को दी गई जमीन को तत्काल निरस्त किया जाए. क्योंकि वह पार्क की जमीन है.

कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को आवंटित जमीन का जिक्र

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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पत्र में कहा कि राजधानी के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में एक सार्वजनिक उद्यान को आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को कार्यालय निर्माण के लिए 10 हजार वर्ग फुट जमीन आवंटित करना बिल्कुल गलत है. इससे पहले कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को आपने जमीन आवंटित की थी. जमीन आवंटन के इस आदेश को उच्च न्यायालय ने निरस्त कर दिया था.

एसोसिएशन ने पार्किंग के लिए मांगी थी जमीन

दिग्विजय ने लिखा कि 1970 में निर्मित इस पार्क का गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन पिछले 50 वर्षों से मेंटेनेंस कर रही है. एसोसिएशन ने गाडियों को पार्क करने के लिए जमीन आवंटन की मांग की थी. एसोसिएशन को जमीन देने की जगह आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को जमीन आवंटित कर दी गई. यह इंडस्ट्रियल एरिया का एक मात्र पार्क है, जिसका उपयोग श्रमिक वर्ग भोजन करने और आराम करने के लिए करते हैं.

एक रुपए में बेची 10 हजार वर्ग फीट जमीन

दिग्विजय ने पत्र में लिखा कि कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को शिवराज सरकार ने 20 एकड़ जमीन आवंटित की थी. उच्च न्यायालय ने इस मामले में आवंटित की गई जमीन को वर्ष 2011 में गैर कानूनी मानते हुए रद कर दिया था. कुशाभाऊ ठाकरे ट्रस्ट को करोड़ों रुपए कीमत की यह जमीन सिर्फ 25 लाख रुपये में दी गई थी. वहीं अब सरकार ने लघु उद्योग भारती को 10 हजार वर्ग फीट जमीन सिर्फ 1 रुपये में दे दी.

दिग्विजय पहले भी कर चुके है विरोध

गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में लघु उद्योग भारती को जमीन देने का विरोध कांग्रेस ने शुरू किया. 11 जुलाई को भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचने की कोशिश की थी. पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया था.

पढ़ें- MP में लोकतांत्रिक सरकार या लोकतंत्र कुचलने वाला गिरोह- दिग्विजय सिंह

राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इस पर विरोध जताय़ा. उन्होंने कहा कि 10 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह पर पुलिस अधिकारी ने जिस तरह लाठी तानी यह प्रदेश के लिए शुभ संकेत नहीं है. यह देखकर लगता है कि प्रदेश में बड़े लोगों का सम्मान नहीं हो रहा है, कल को बीजेपी के भी पूर्व सीएम को लाठी दिखाई जा सकती है. तन्खा ने कहा कि उन्हें यह पता होना चाहिए कि पीएम और सीएम के पद पर कोई हमेशा नहीं बना रह सकता है. विवेक तन्खा ने कहा कि लोकतंत्र में सबको विरोध करने का अधिकार है.

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