जयपुर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर एक महीने में हेरोइन की दो बड़ी खेप पकड़े जाने के मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से करवाए जाने की मांग की है.
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को यहां कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, उच्चतम न्यायालय के मौजूदा या सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में ही जांच होनी चाहिए.
उन्होंने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) पर अविश्वास जताते हुए कहा, ‘‘एक महीने के अंतराल में दो लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की हेरोइन पकड़ी गई है. हम मांग करते हैं कि इसकी जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से करवाई जाए. केंद्र सरकार ने मामले की जांच एनआईए को सौंपी है लेकिन उस पर किसी तरह का भरोसा नहीं है.
उन्होंने बताया कि 13 सितंबर 2021 को केंद्र सरकार के अधिकारियों ने मुंद्रा बंदरगाह पर आशी ट्रेडिंग कंपनी द्वारा टेल्कम पाउडर के नाम से आयातित 3000 किलो हेरोइन पकड़ी. इसकी बाजार कीमत 21,000 करोड़ रुपये है. सिंह के अनुसार जांच में पाया गया कि इसी तरह की 25,000 किलो की एक खेप पहले आई थी जिसका कोई अता पता नहीं है. इसकी बाजार में कीमत 1.75 लाख करोड़ रुपये है.
समझाया ED, ID का अजब-गजब खेल
दिग्विजय सिंह ने बताने की कोशिश की कि कैसे केन्द्र की सत्ता में बैठे लोग निहित स्वार्थ के अनुसार काम करते हैं. अपने मतलब और सुविधा के अनुसार रेड डलवाते हैं. आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों (Political Rivals ) के खिलाफ तो ईडी,आईबी के जरिए कार्रवाई करती है. लेकिन जब वहीं राजनीतिक प्रतिद्वंदी भाजपा (BJP) में शामिल हो जाते हैं तो उन्हें आरोपों से मुक्ति मिल जाती है.
ड्रग पेडलिंग का आरोप
दिग्विजय सिंह ने भाजपा के नेताओं पर 13 मामलों में ड्रग पेडलर होने के आरोप लगाते हुए एक ऑडियो भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुनाई. बोले कि क्या इन नेताओं पर एनडीपीएस एक्ट (NDPS) के तहत कार्रवाई होगी.
एनआईए पर सवाल खड़े करते हुए दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) कहा कि एनआईए (NIA) ने पहले अजमेर दरगाह, समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद, मालेगांव धमाकों जैसे मामलों की जांच की थी. एनआईए (NIA) की जांच का नतीजा यह निकला कि मोदी और शाह सरकार ने आरोपी सभी लोगों को एनआईए के जरिए फ्री करवा दिया.
कांग्रेस को NIA जांच पर नहीं भरोसा
ऐसे में अब कांग्रेस को एनआईए (NIA) पर भरोसा नहीं है ऐसे में इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जाए. दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा ड्रग पैडलिंग का मामला तो आतंकियों से भी खतरनाक है, ऐसे में मोदी सरकार को इस मामले में इन्वेस्टिगेशन सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान या रिटायर्ड जज से करवानी चाहिए जिसका नाम वही कमेटी दे जिसमें नेता प्रतिपक्ष भी शामिल हो.
इस अवसर पर सिंह ने नोटबंदी व कालेधन को लेकर भी केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा. हालांकि, उन्होंने पंजाब, राजस्थान में संगठन व सरकार से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने से इनकार किया. इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे.
रिटायर्ड जज की निगरानी में हो Adani Port ड्रग्स की जांच
दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए (NIA) की जगह सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी में सर्वोच्च न्यायालय (SC) के ही वर्तमान या रिटायर जज से करवाई जाए. कांग्नेस सांसद ने मांग रखी कि जांच अधिकारी (Investigating Officer) का अपॉइंटमेंट भी वो कमेटी करे जिसमें नेता प्रतिपक्ष (Opposition Leader) भी शामिल हों.