अयोध्या: हिंदी नववर्ष विक्रम संवत 2079 के मौके पर अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण के अंतर्गत गर्भगृह स्थल में ध्वजा पूजन किया गया. आचार्यों ने मंत्रोच्चार के बीच उस स्थान पर नवीन ध्वजा फहराई, जहां पर भगवान रामलला विराजमान होंगे. पिछले वर्ष भी ध्वजा फहराई गई थी लेकिन, हिंदी कैलेंडर की परंपरा के अनुसार नए वर्ष की शुरुआत पर नवीन ध्वजा फहराई गई. बता दें कि बीते दिन शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने निर्माण स्थल पर पहुंचकर भगवान रामलला के दर्शन किए थे और निर्माण कार्य का जायजा लिया था.
प्लेटफार्म तैयार अब मंदिर बनने की देरी: राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य में जमीन को समतल कर चबूतरा बनाने का काम पूरा हो चुका है. मंदिर निर्माण के लिए पत्थर पहुंचाए जा चुके हैं. अब जमीन की ऊपरी सतह पर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी चल रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर 2023 तक राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा और रामलला विराजमान हो जाएंगे.
ध्वजा का पूजन-अर्चन: वैदिक आचार्य नारद भट्टाराई और दुर्गा प्रसाद गौतम ने वैदिक विधान से ध्वजा का पूजन-अर्चन कराया. इस दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश आफले, विनोद शुक्ल, विनोद मेहता सहित अन्य उपस्थित रहे.
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