हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बैसाखी पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला. हरकी पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर सुबह से श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही. देश भर से आये श्रद्धालु ने गंगा स्नान कर दान-पुण्य प्राप्त किया. वहीं, बैसाखी स्नान पर्व पर करीब 9 लाख 45 हजार श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. पुलिस-प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए थे, साथ ही सुरक्षा के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई थी.
दरअसल, बैसाखी के अवसर पर गेहूं की फसल तैयार हो जाती है और इस दिन से फसल कटनी शुरू हो जाती है. जबकि इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना भी की गयी थी. इसलिए हिंदू और पंजाबी समुदाय के लोग पर्व को धूमधाम से मनाते हैं. बैसाखी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. इसलिए हरिद्वार में बैसाखी को लेकर खासी भीड़ देखने को मिलती है. पर्व पर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि वो साल भर से त्योहार का बेसब्री से इंतजार करते हैं और इस अवसर पर गंगा स्नान करने का खासा महत्व है.
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मान्यता है कि गंगा स्नान करने से मां गंगा की कृपा बनी रहती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि बैसाख मास काफी पुण्यदायिनी है और भगवान को भी प्रिय है. प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक बैसाखी में तीर्थ पर जाकर स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. जो लोग गंगा स्नान के लिए नहीं आ सकते वो घर पर ही तुलसी का पत्ता डालकर, मां गंगा का ध्यान कर स्नान करें. उसे हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करने जैसा फल प्राप्त हो जाएगा.
पुलिस ने बैसाखी स्नान को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. हरिद्वार मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन, 15 जोन और 39 सेक्टरों में बांटा गया था. वहीं 900 पुलिसकर्मी और चार अधिकारी तैनात रहे. साथ ही 8 कंपनी पीएसी भी लगाई गई थी. नए पार्किंग स्थल भी चिन्हित किये थे और डायवर्जन प्लान भी बनाया गया था. साथ ही यातायात व्यवस्था पर भी पर्याप्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे.