नई दिल्ली : भारत द्वारा कोई शुल्क न लेने के लगातार अनुरोध के बाद भी पाकिस्तान अभी भी करतारपुर साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों से 20 अमरीकी डालर वसूल रहा है. यह जानकारी विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन (Minister of State External Affairs V Muraleedharan) ने शुक्रवार को लोकसभा में दी. शिरोमणि अकाली दल से पंजाब की सांसद (Punjab MP from SAD Harsimrat Kaur Badal) हरसिमरत कौर बादल के एक सवाल के जवाब में दी.
बता दें कि सांसद हरसिमरत कौर बादल ने पूछा था कि क्या सरकार के पास सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर साहिब की यात्रा को पासपोर्ट-मुक्त बनाने की कोई योजना है, जो पूरे देश से पवित्र स्थल की यात्रा करना चाहते हैं. इस पर विदेश राज्यमंत्री ने समझौते पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अन्य बातों के साथ भारतीय तीर्थयात्रियों के साथ-साथ भारत के प्रवासी नागरिक (OCI) कार्डधारकों को भारत से पाकिस्तान में पवित्र गुरुद्वारा साहिब दरबार करतारपुर तक दैनिक आधार पर वीजा मुक्त यात्रा प्रदान करता है. इसके अलावा तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए डेरा बाबा नामक शहर से जीरो पॉइंट तक एक राजमार्ग और एक एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) सहित एक अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा भारतीय सीमा में बनाया गया है.
9 नवंबर, 2019 को इसके उद्घाटन के बाद से श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर का उपयोग लगभग 1,70,000 तीर्थयात्रियों द्वारा गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने के लिए किया गया है। श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर सप्ताह के सभी सातों दिन खुला रहता है. संयोग से, हरसिमरत कौरबादल, जो उस समय मोदी कैबिनेट में मंत्री थीं, ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर का दौरा करने वाले तीर्थयात्रियों के पहले प्रतिनिधिमंडल के साथ यात्रा की थी.
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