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तोड़े गए मंदिर की जगह पर फिर से मंदिर बनाने ग्रामीणों ने किया हवन-पूजन

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Published : Sep 13, 2021, 7:14 PM IST

हुक्कागनी गांव में सरकारी जमीन पर सड़क किनारे बने मंदिर को कुछ दिन पहले ध्वस्त कर दिया गया था. उसी स्थान पर मंदिर का पुनर्निमाण करने ग्रामीणों ने सोमवार को पूजन-हवन किया.

हवन-पूजन
हवन-पूजन

मैसूरु : सरकारी जमीन पर सड़क किनारे बने मंदिर को कुछ दिन पहले ध्वस्त कर दिया गया था. इस पर ग्रामीणों ने उसी स्थान पर मंदिर के पुनर्निमाण करने का फैसला लिया. इसीक्रम में सोमवार को ग्रामीणों ने पूजन-हवन किया.

बता दें कि 30 साल पहले महादेवम्मा मंदिर को नंजनगुड तालुक के हुक्कागनी गांव में बनाया गया था. हालांकि मंदिर को तोड़े जाने की घटना को लेकर स्थानीय लोगों के साथ राजनेताओं में काफी आक्रोश था. इसके बाद यहां पर दोबारा मंदिर बनाए जाने का फैसला गांव के ग्रामीणों ने किया. फलस्वरूप सोमवार को हुक्कागनी गांव के ग्रामीणों ने हवन-पूजन किया. साथ ही मंदिर में हुल्लाहल्ली-होम्मामारकल्ली रोड पर महादेवम्मा की मूर्ति की पुन: स्थापना की गई.

ये भी पढ़ें - राम जन्मभूमि परिसर में बनेंगे 6 और मंदिर, जानें कौन-कौन से देवता विराजेंगे

इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और कई अन्य नेताओं ने हाल ही में मैसूर जिले के नंजनगुड में प्राचीन हिंदू मंदिर तोड़े जाने पर भाजपा सरकार की निंदा की. इसीकड़ी में सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा, 'क्या बीजेपी को इस तरह का काम करने से पहले हिंदू धर्म की सुरक्षा के बारे में याद है?

उन्होंने कहा कि नंजनगुड में एक प्राचीन मंदिर को तोड़ा जाना निंदनीय है. साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि यह एक धार्मिक रूप से संवेदनशील मुद्दा था, इसलिए भाजपा को स्थानीय निवासियों से बात करनी चाहिए थी. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि क्षेत्र में लोगों के परामर्श के बिना मंदिर को तोड़े जाने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है.

मैसूरु : सरकारी जमीन पर सड़क किनारे बने मंदिर को कुछ दिन पहले ध्वस्त कर दिया गया था. इस पर ग्रामीणों ने उसी स्थान पर मंदिर के पुनर्निमाण करने का फैसला लिया. इसीक्रम में सोमवार को ग्रामीणों ने पूजन-हवन किया.

बता दें कि 30 साल पहले महादेवम्मा मंदिर को नंजनगुड तालुक के हुक्कागनी गांव में बनाया गया था. हालांकि मंदिर को तोड़े जाने की घटना को लेकर स्थानीय लोगों के साथ राजनेताओं में काफी आक्रोश था. इसके बाद यहां पर दोबारा मंदिर बनाए जाने का फैसला गांव के ग्रामीणों ने किया. फलस्वरूप सोमवार को हुक्कागनी गांव के ग्रामीणों ने हवन-पूजन किया. साथ ही मंदिर में हुल्लाहल्ली-होम्मामारकल्ली रोड पर महादेवम्मा की मूर्ति की पुन: स्थापना की गई.

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इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और कई अन्य नेताओं ने हाल ही में मैसूर जिले के नंजनगुड में प्राचीन हिंदू मंदिर तोड़े जाने पर भाजपा सरकार की निंदा की. इसीकड़ी में सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कहा, 'क्या बीजेपी को इस तरह का काम करने से पहले हिंदू धर्म की सुरक्षा के बारे में याद है?

उन्होंने कहा कि नंजनगुड में एक प्राचीन मंदिर को तोड़ा जाना निंदनीय है. साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि यह एक धार्मिक रूप से संवेदनशील मुद्दा था, इसलिए भाजपा को स्थानीय निवासियों से बात करनी चाहिए थी. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि क्षेत्र में लोगों के परामर्श के बिना मंदिर को तोड़े जाने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है.

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