नई दिल्ली: जितेंद्र सिंह शंटी के बेटे की सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल ने गोली मार ली है. उसे गंभीर हालत में जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. कॉन्स्टेबल ने झिलमिल इलाके के प्रताप खंड स्थित शंटी के मकान की पहली मंजिल पर बने गार्ड रूम में अपने आप को गोली मारी है. घायल कॉन्स्टेबल का नाम राहुल नागर है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के छतरी गांव का रहने वाला है.
शंटी के बेटे ज्योत सिंह को पाकिस्तान से धमकी मिली थी, जिसके बाद सरकार की तरफ से उनके सुरक्षा के लिए एक कॉन्स्टेबल तैनात किया था, जिसे लगभग 20 दिन पहले हटा लिया गया. उसकी जगह पर शाहदरा पुलिस लाइन से कॉन्स्टेबल राहुल नागर को उनकी सुरक्षा में लगाया गया था. गुरुवार शाम राहुल ने शंटी के मकान के पहले तल पर बने गार्ड रूम में मौजूद था. शाम तकरीबन 5:30 बजे ज्योत सिंह को किसी काम से बाहर जाना था. इसलिए उन्होंने अपने ड्राइवर को उसे बुलाने के लिए भेजा. ड्राइवर जब गार्ड रूम गया तो देखा राहुल नागर बेड पर खून से लथपथ पड़ा है और पास में ही सरकारी पिस्टल पड़ी थी. ड्राइवर ने शोर मचाया तो ज्योत सिंह वहां पहुंचे. घटना की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने राहुल को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
जितेंद्र सिंह शंटी के मुताबिक राहुल ने यह कदम उठाने से पहले अपनी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात की थी, उन्हें कुछ दिनों पहले ही पता चला था कि राहुल अवसाद ग्रस्त है और उसका इलाज चल रहा है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है, जिसके बाद साफ हो पाएगा कि राहुल ने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया.
जितेंद्र सिंह शंटी पार्षद और विधायक भी रह चुके हैं और शहीद भगत सिंह के नाम से संस्था चलाते हैं. उनकी संस्था ने कोरोना काल के दौरान पीड़ित परिवारों की बहुत मदद की थी. कोरोना संक्रमित लाशों का दाह संस्कार करने में भी जितेंद्र सिंह शंटी और उनके बेटे ज्योत सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. जितेंद्र के कार्यों को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से उन्हें पद्मश्री से नवाजा है.
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