नई दिल्ली: रंजीत नगर इलाके में बच्ची से दुष्कर्म की गुत्थी को 36 घंटे के भीतर सुलझाने में CCTV कैमरे और आरोपी के डोजियर ने महत्वपूर्ण मदद की. CCTV से आरोपी की तस्वीर मिली और डोजियर से उसका नाम. इसका पता चलते ही पुलिस टीम ने आरोपी को हरियाणा से उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह बस में सवार होकर राजस्थान जा रहा था.
मध्य जिला DCP श्वेता चौहान के अनुसार, इस घटना में आरोपी को पीड़ित परिवार या आसपास के लोग नहीं जानते थे. CCTV फुटेज से उसकी तस्वीर पुलिस टीम को मिल चुकी थी.
इसलिए घर-घर उसकी तस्वीर दिखाकर पूछताछ करने के साथ ही ऐसे अपराधों में लिप्त युवकों के डोजियर भी खंगाले गए. इस दौरान उन्हें आरोपी की शक्ल से मेल खाता हुआ एक युवक मिला जिसके खिलाफ बीते मार्च माह में ख्याल थाने में बच्ची से छेड़छाड़ एवं पॉक्सो की FIR दर्ज थी. यह भी पता चला कि चार माह पूर्व वह जेल से जमानत पर बाहर आ चुका है. उसकी पहचान 20 वर्षीय सूरज के रूप में की गई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी की CCTV वीडियो से इस बात की पुष्टि हो गई कि बच्ची से दुष्कर्म कर फरार होने वाला शख्स सूरज ही है. इसे ध्यान में रखते हुए स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर शैलेन्द्र शर्मा एवं AATS के सब इंस्पेक्टर संदीप गोदारा की टीम ने सूरज की लोकेशन निकाली. उन्हें पता चला कि वह राजस्थान जा रहा है.
तुरंत पुलिस टीम को रवाना किया गया जिसने बस में सवार सूरज को हरियाणा में पकड़ लिया. उसे सुबह के समय पुलिस टीम दिल्ली ले आई जहां उससे पूछताछ चल रही है.
प्राथमिक पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि चार महीने पहले कोविड के चलते उसे जमानत मिली थी. बीते 22 अक्टूबर को तीस हजारी कोर्ट में उसके केस की सुनवाई थी. वहां उस दिन सुनवाई नहीं हुई. उसे अगली तारीख मिल गई.
इसके बाद वह रंजीत नगर इलाके में पहुंचा और वहां दुष्कर्म के इरादे से कुछ बच्चियों का पीछा किया. इस बच्ची को वह अपने साथ सुनसान जगह पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. उसे यह पता चल गया था कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसलिए वह राजस्थान भाग रहा था. पुलिस आरोपी से अन्य घटनाओं को लेकर भी पूछताछ कर रही है.
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