नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने किसानों से ब्याज के साथ भुगतान का वादा कर साढ़े तीन करोड़ रुपये की ठगी के मामले में फरार चल रहे भगोड़े एजेंट को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान नरेला के प्रेमचंद के रूप में हुई है.
पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित किसानों ने बताया कि उन्होंने नरेला अनाज मंडी के मेसर्स जगराम एंड संस को कई टन अनाज और अन्य कृषि उत्पाद बेचे. दुकान के मालिक प्रेमचंद ने उन्हें लालच दिया कि वह उनके पैसे पर उच्च ब्याज का भुगतान करेगा. बाद में आरोपी ने शिकायतकर्ताओं को उनके बेचे गए अनाज और उनके निवेश की लागत का भुगतान करने से इनकार कर दिया और फरार हो गया.
मामले की जांच में पता लगा कि आरोपी ने कुल 64 किसानों से साढ़े तीन करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया है. शिकायत की जांच के बाद से आरोपी अपने परिवार के साथ फरार हो गया.
आरोपी 2017-18 में किसानों से ब्याज के साथ भुगतान का लालच और करोड़ों की अपनी दुकान और मकान की बात बता कर उनको अपने झांसे में रखा और उनके फसल व अनाजों को ठगी से ले लिया, लेकिन जब किसानों ने अपनी आय और निवेश वापस मांगा तो वह नरेला मंडी से भाग गया.
बाद में किसानों को पता चला कि आरोपी की नरेला मंडी की दुकान और मकान बैंकों के पास गिरवी रखी गई थी और भुगतान नहीं होने के कारण दोनों संपत्ति को बैंक द्वारा नीलामी कर दी गई थी.
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आरोपी ने अपने व्यवसाय के घाटे को निपटाने के लिए किसानों को अधिक रिटर्न और रसीद जारी करने के बहाने अपनी दुकान पर बेची गई फसलों-अनाज की आय को अपने पास रखने के लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया.
आर्थिक अपराध शाखा के एसआई शिवदेव सिंह और एचसी जय कंवर की एक टीम ने तीन अगस्त को फरीदाबाद, हरियाणा से आरोपी को गिरफ्तार किया. फिलहाल पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है.