नई दिल्ली : सुकेश चंद्रशेखर के मामले में दिल्ली पुलिस के एडिशनल कमिश्नर आरके सिंह ने कहा है कि पहला केस स्पेशल सेल द्वारा हैंडल किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि स्पेशल सेल ने रोहिणी जेल में छापा मारा था जिसके बाद सुकेश और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया था. हमने 2 नवंबर को कोर्ट के समक्ष 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी. हमारी आगे की जांच चल रही है.
एडिशनल कमिश्नर आरके सिंह ने बताया कि स्पेशल सेल के बाद मामला इकोनॉमिक ऑफेंसेज विंग (ईओडब्ल्यू) को ट्रांसफर कर दिया गया. उन्होंने बताया कि ईओडब्ल्यू ने सभी को गिरफ्तार किया जो इसमें शामिल थे.
उन्होंने कहा, वह (सुकेश चंद्रशेखर) एक राजा की तरह जेल में रह रहा था. ऐसा लगता है कि सभी अधिकारी इसमें शामिल थे. अन्य सभी कैदियों का एक पूरा बैरक खाली कर दिया गया था, वह एक मोबाइल फोन का उपयोग कर रहा था और जबरन वसूली रैकेट चलाता था. बाद में जांच में पता चला कि हवाला डीलरों और मनी कैरियर के जरिए जेल अधिकारियों को पैसे ट्रांसफर किए जाते थे. हमने सभी सबूतों को देखते हुए जेल अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है. एक तरह से उनकी संलिप्तता साबित हुई है. उन्होंने अपराध में उसकी (सुकेश चंद्रशेखर) मदद की थी.
पढ़ें :- मनी लॉन्ड्रिंग केसः जैकलीन फर्नांडीज ने सुकेश को डेटिंग की बात से किया इनकार