इंदौर। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के नवनियुक्त सचिव अनुराग जैन ने गुरुवार को इंदौर में बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है. इस एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ वर्ष 2025 के पहले माह में होने की संभावना है. इसके बाद दिल्ली से मुंबई की दूरी महज 12 घंटे में तय करना संभव होगा. उन्होंने बताया कि अभी दिल्ली से मुंबई तक सड़क मार्ग से 24 घंटे लगते हैं. इस प्रकार एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद ये समय आधा हो जाएगा. दिसंबर 2024 के आस-पास इस परियोजना के सारे खंडों में काम पूरा हो जाएगा.
एमपी में 7,700 किलोमीटर लंबी सड़कें बनेंगी : अनुराग जैन ने बताया कि आठ लेन वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से गाड़ी दौड़ाई जा सकेगी. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से लॉजिस्टिक्स (माल की ढुलाई एवं आपूर्ति के काम) को जबर्दस्त फायदा पहुंचेगा और गाड़ियों में ईंधन की बचत होगी. यह एक्सप्रेस-वे देश की तस्वीर बदल देगा. मीडिया के साथ बातचीत से पहले जैन ने अपने विभाग की मध्यप्रदेश में चल रहीं 26 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं के तहत सूबे में कुल 7,700 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जानी हैं.
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देश में चार एमएमएलपी बनाने की योजना : सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव ने बताया कि कुल 1,350 किलोमीटर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का 245 किलोमीटर लम्बा हिस्सा मध्यप्रदेश से गुजर रहा है और राज्य में इसके कुल नौ खंडों में से केवल एक हिस्से में महज पखवाड़े भर का काम बाकी है. जैन ने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की देश में चार ‘मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क’ (एमएमएलपी) विकसित करने की योजना है और इनमें से सबसे पहला एमएमएलपी मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में बनेगा. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत इंदौर में 300 एकड़ में बनने वाले एमएमएलपी के लिए जमीन अधिग्रहण का काम सितंबर तक पूरा हो जाएगा और इसके बाद इसका निर्माण कार्य शुरू होगा.