नई दिल्ली : दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. इस मामले पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि विपक्ष ने लोगों को जानबूझकर पटाखे जलाने के लिये उकसाया, जिससे हवा की गुणवत्ता खराब हुई है. उनका कहना है कि पराली की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है, जो एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) स्तर को बढ़ा रही है.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा चलाए गए अभियानों का असर दिल्ली के बेस पॉल्युशन पर देखने को मिला. पूरे अक्टूबर में बीते सालों की तुलना में प्रदूषण का स्तर सीमित रहा, लेकिन बीते तीन दिन में रिकॉर्ड इजाफा हुआ है. कुछ लोगों ने जानबूझकर पटाखे जलाएं. वहीं. पराली की घटनाएं जो पिछले दिनों 1000 तक थी, अब 3500 तक पहुंच रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में अधिकतर लोगों ने पटाखे नहीं जलाए.
गोपाल राय ने कहा कि विपक्ष के लोग पटाखे से होने वाले प्रदूषण को अंडर एस्टीमेट कर रहे थे और लगातार बयानबाजी कर रहे थे. मौजूदा वक्त में प्रदूषण बढ़ा है और इसके पीछे सिर्फ पटाखे और पराली ही कारण है. राय ने कहा कि आज से दिल्ली में 10 एंटी स्मोग गन शुरू कर दी गई है, जो ऐसी जगहों पर पानी का छिड़काव करेंगी जहां कि प्रदूषण का स्तर ज़्यादा है.
दिवाली की शाम से ही दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा शुरू हो गया था. शुक्रवार सुबह से ये स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. दोपहर दो बजे दिल्ली का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स 531 है. कई जगहों में यह संख्या इससे भी ज्यादा है. यह स्तर खतरनाक है और स्वस्थ लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है.
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