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सावधान! फेसबुक में अनजान लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट न करें एक्सेप्ट, आपके साथ भी हो सकता है ये हादसा - दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने सेक्सटॉर्शन के जरिये ठगी करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है. जो फेसबुक में लड़की बनकर लोगों से दोस्ती करता था और फिर पीड़ित के चेहरे का इस्तेमाल कर बनाया गया अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करते थे.

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Published : Oct 17, 2021, 12:25 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी में सेक्सटॉर्शन का एक गंभीर मामला सामने आया है. जिसमें एक सख्स फेसबुक में लड़की बनकर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देता था. इतना ही नहीं वह अपनी वाट्सएप की डीपी में एक वरिष्ठ अधिकारी की फोटो लगाकर रखता था, जिससे लोगों को ट्रैप में फंसाया जा सके. उसके खिलाफ पहले भी इस तरीके का एक मामला दर्ज है जबकि नौ अन्य शिकायतें पुलिस के पास पहुंची थीं. फिलहाल पुलिस उसके तीन अन्य फरार साथियों की तलाश कर रही है.

साइबर सेल के DCP केपीएस मल्होत्रा के अनुसार एक शख्स ने साइबर सेल यूनिट के पास शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उसने बताया कि फेसबुक पर उसके पास एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी. कुछ समय बाद उसने वाट्सएप नंबर मांगा. जब पीड़ित ने उसे अपना वाट्सएप नंबर शेयर कर दिया तो उस नंबर पर उसके पास वीडियो कॉल आई, जो आपत्तिजनक थी. उसके बाद एक और अश्लील वीडियो उसे भेजा गया, जो उसके चेहरे का इस्तेमाल कर तैयार किया गया था.

आरोपी ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देकर उससे रुपए मांगे. चूंकि कॉल करने वाले ने एक वरिष्ठ अधिकारी की फोटो अपने प्रोफाइल पर लगा रखी थी. जिसके चलते पीड़ित ने 1.96 लाख रुपए आरोपी द्वारा बताए गए बैंक खाते में भेज दिए. लेकिन जब उसे सच्चाई का पता चला तो वह हक्का बक्का रह गया और मामले की शिकायत साइबर सेल में दर्ज कराई.

ये भी पढ़ें - रैनसमवेयर हमले सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के समक्ष पेश सबसे बड़ी चुनौती: भारत

पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि पीड़ित को जिन नंबरों से कॉल किया गया, वह असम से लिए गए हैं और राजस्थान के भरतपुर में इस्तेमाल हो रहे हैं. वहीं पीड़ित द्वारा जिस बैंक खाते में रकम भेजी गई थी, उसे लेकर भी छानबीन की गई. इन सब से पुलिस को पता चला कि वारदात के पीछे हकमुद्दीन नामक शख्स शामिल है. पुलिस को यह भी पता चला कि उसके खिलाफ एक अन्य मामला भी स्पेशल सेल में दर्ज है. इसके अलावा नौ अन्य शिकायतें भी हैं, जिनमें वह शामिल रहा है. इसके बाद एसीपी रमन लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर परविंदर और अरुण त्यागी की टीम ने छापा मारकर उसे भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी हकमुद्दीन.
आरोपी हकमुद्दीन.

पूछताछ में पता चला कि इस वारदात में उसके साथ तीन अन्य लोग शामिल थे, जो फिलहाल फरार चल रहे हैं. डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार इस तरह के कई गैंग राजस्थान के भरतपुर से ऑपरेट कर रहे हैं. वह लोगों को लड़की बनकर फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं. फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने वाले से वह वाट्सएप पर वीडियो कॉल करते हैं और उसे सेक्सुअल कंटेंट दिखाकर ब्लैकमेल करते हैं. इसके बाद अलग-अलग संस्थाओं के अधिकारी बनकर उन्हें धमकी दी जाती है और रुपये मांगे जाते हैं.

पुलिस की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि वह अनजान लड़के/लड़कियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट सोशल मीडिया पर एक्सेप्ट ना करें. सोशल मीडिया पर दोस्त बनाते समय लोगों को खासतौर से सावधान रहने की आवश्यकता है. इस तरह की व्हाट्सएप वीडियो कॉल से भी लोगों को दूरी बनानी चाहिए. अगर कोई इसके बावजूद आपसे सेक्सटॉर्शन करता है तो इसकी शिकायत तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने में या साइबर सेल की वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर कर सकते हैं.

नई दिल्ली: राजधानी में सेक्सटॉर्शन का एक गंभीर मामला सामने आया है. जिसमें एक सख्स फेसबुक में लड़की बनकर लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम देता था. इतना ही नहीं वह अपनी वाट्सएप की डीपी में एक वरिष्ठ अधिकारी की फोटो लगाकर रखता था, जिससे लोगों को ट्रैप में फंसाया जा सके. उसके खिलाफ पहले भी इस तरीके का एक मामला दर्ज है जबकि नौ अन्य शिकायतें पुलिस के पास पहुंची थीं. फिलहाल पुलिस उसके तीन अन्य फरार साथियों की तलाश कर रही है.

साइबर सेल के DCP केपीएस मल्होत्रा के अनुसार एक शख्स ने साइबर सेल यूनिट के पास शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उसने बताया कि फेसबुक पर उसके पास एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी. कुछ समय बाद उसने वाट्सएप नंबर मांगा. जब पीड़ित ने उसे अपना वाट्सएप नंबर शेयर कर दिया तो उस नंबर पर उसके पास वीडियो कॉल आई, जो आपत्तिजनक थी. उसके बाद एक और अश्लील वीडियो उसे भेजा गया, जो उसके चेहरे का इस्तेमाल कर तैयार किया गया था.

आरोपी ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देकर उससे रुपए मांगे. चूंकि कॉल करने वाले ने एक वरिष्ठ अधिकारी की फोटो अपने प्रोफाइल पर लगा रखी थी. जिसके चलते पीड़ित ने 1.96 लाख रुपए आरोपी द्वारा बताए गए बैंक खाते में भेज दिए. लेकिन जब उसे सच्चाई का पता चला तो वह हक्का बक्का रह गया और मामले की शिकायत साइबर सेल में दर्ज कराई.

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पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि पीड़ित को जिन नंबरों से कॉल किया गया, वह असम से लिए गए हैं और राजस्थान के भरतपुर में इस्तेमाल हो रहे हैं. वहीं पीड़ित द्वारा जिस बैंक खाते में रकम भेजी गई थी, उसे लेकर भी छानबीन की गई. इन सब से पुलिस को पता चला कि वारदात के पीछे हकमुद्दीन नामक शख्स शामिल है. पुलिस को यह भी पता चला कि उसके खिलाफ एक अन्य मामला भी स्पेशल सेल में दर्ज है. इसके अलावा नौ अन्य शिकायतें भी हैं, जिनमें वह शामिल रहा है. इसके बाद एसीपी रमन लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर परविंदर और अरुण त्यागी की टीम ने छापा मारकर उसे भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी हकमुद्दीन.
आरोपी हकमुद्दीन.

पूछताछ में पता चला कि इस वारदात में उसके साथ तीन अन्य लोग शामिल थे, जो फिलहाल फरार चल रहे हैं. डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार इस तरह के कई गैंग राजस्थान के भरतपुर से ऑपरेट कर रहे हैं. वह लोगों को लड़की बनकर फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं. फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने वाले से वह वाट्सएप पर वीडियो कॉल करते हैं और उसे सेक्सुअल कंटेंट दिखाकर ब्लैकमेल करते हैं. इसके बाद अलग-अलग संस्थाओं के अधिकारी बनकर उन्हें धमकी दी जाती है और रुपये मांगे जाते हैं.

पुलिस की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि वह अनजान लड़के/लड़कियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट सोशल मीडिया पर एक्सेप्ट ना करें. सोशल मीडिया पर दोस्त बनाते समय लोगों को खासतौर से सावधान रहने की आवश्यकता है. इस तरह की व्हाट्सएप वीडियो कॉल से भी लोगों को दूरी बनानी चाहिए. अगर कोई इसके बावजूद आपसे सेक्सटॉर्शन करता है तो इसकी शिकायत तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने में या साइबर सेल की वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर कर सकते हैं.

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