नई दिल्ली : देश की राजनाधी दिल्ली में हवा का स्तर घातक होता जा रहा है. इसमें शादीपुर और आनन्द विहार सबसे आगे हैं. सुबह नौ बजे के आंकड़ों में शादीपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 343 दर्ज किया गया है. वहीं, आनंद विहार में ये स्तर 321, चांदनी चौक में 273, द्वारका में 273, और मुंडका इलाके में 288 है. इन इलाकों में PM 2.5 प्रमुख पोल्यूटेंट है. खास बात यह है कि ये प्रदूषण बीते दिनों हुई बारिश से राहत, पराली का समाधान और दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे तमाम अभियानों के बावजूद हो रहा है.
दीपावली से पहले ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लग जाता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि इस समय पर खासकर नवंबर के महीने में यहां प्रदूषण के लिए एक नहीं बल्कि कई फैक्टर जिम्मेदार होते हैं. सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट के वरिष्ठ वैज्ञानिक विवेक चट्टोपाध्याय इसके पीछे मौसम की गतिविधियां और दिल्ली की भौगोलिक स्थिति के विषय में भी बताते हैं. इसी प्रदूषण से निजात पाने के लिए हर साल प्रयास होते हैं, तो राजनीति भी होती है. लेकिन जमीनी हकीकत एक बार फिर सबके सामने है.
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इससे पहले बीते ही दिन दिल्ली के पर्यावरण (delhi environment) मंत्री गोपाल राय (Minister Gopal Ray) ने दिल्ली में दीपावली के लिए पटाखे नहीं दिया जलाओ अभियान की शुरुआत की है. दिल्ली सरकार का मानना है कि पटाखे जलाने से भी दिल्ली में प्रदूषण पड़ता है और इसे रोकने के लिए लोगों से ये अपील करनी होगी कि पटाखे की जगह दिल्ली में दीया जलाकर दिवाली मनाएं. अब लोगों के बीच ये अपील कितना काम करती है, साथ ही दिल्ली के प्रदूषण स्तर पर इसका क्या असर पड़ता है, यह देखना बाकी रह गया है.