देहरादून: थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के अंतर्गत एक शख्स को साइबर ठगों ने सेक्सटॉर्शन का शिकार बना दिया. आरोपियों द्वारा पीड़ित को सेक्सटॉर्शन कर ब्लैकमेल करने की धमकी देकर लाखों रुपए की ठगी कर डाली गई. पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात गैंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
वीडियो कॉल रिसीव करने पर की अश्लील हरकत: देहरादून की विवेकानंद कॉलोनी निवासी पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई कि 6 दिसंबर को उसके मोबाइल पर अंजान नंबर से वीडियो कॉल आई. जैसे ही पीड़ित ने कॉल उठाई तो सामने से कॉल करने वाली महिला ने अश्लील (Dehradun man sextortion) हरकतें शुरू कर दीं. इसके बाद कॉल समाप्त हो गई. अगले दिन पीड़ित को फिर से कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली के प्रीतमपुरा थाने की एसएचओ बताया.
वीडियो डिलीट कराने के नाम पर किया ब्लैकमेल: फोनकर्ता ने पीड़ित को कहा कि एक युवती के साथ अश्लील वीडियो मिला है. अगर वीडियो डिलीट कराना है तो यूट्यूब अधिकारी संदीप से संपर्क करना होगा और फोनकर्ता ने पीड़ित को एक नंबर दे दिया. फोनकर्ता ने धमकी देते हुए कहा कि अगर वीडियो डिलीट नहीं करवाई तो केस दर्ज किया जाएगा. पीड़ित ने दिए गए नंबर पर बात की तो फोनकर्ता ने खुद का नाम संदीप बताया और वीडियो डिलीट करने के लिए खर्चा मांगा. पीड़ित रकम देने के लिए तैयार हो गया.
ब्लैकमेल करके ठगे साढ़े चार लाख से ज्यादा रुपए: पहली बार में 22,500 रुपए ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद दबाव बनाकर कुल 453,000 रुपए ट्रांसफर करवा दिए गए. थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात गैंग के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पीड़ित के मोबाइल पर आए नंबरों और खातों की जांच की जा रही है.
क्या होता है सेक्सटॉर्शन: आजकल साइबर ठग लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से वसूली कर रहे हैं. वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं. अब भारत में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं. स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों को आमतौर पर इस रैकेट का शिकार बनाया जाता है. कई लोगों के पास अचानक वीडियो कॉल आती है. जब वो व्यक्ति वीडियो कॉल रिसीव करता है तो कॉल करने वाली युवती या महिला अश्लील हरकत करती है. इसे वो रिकॉर्ड कर कॉल रिसीव करने वाले के वीडियो के साथ जोड़ देती है. इसके बाद ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरू हो जाता है.
ये भी पढ़ें: श्रीनगर में सेक्सटॉर्शन का शिकार हो रहे लोग, लोक-लाज से नहीं आ रहे सामने
कैसे बना सेक्सटॉर्शन शब्द: साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक सेक्सटॉर्शन वर्चुअल सेक्स और फिर होने वाली उगाही से मिलकर बना है. इसमें साइबर ठग फेक आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं. फ्रेंडली माहौल बनाने के बाद अश्लील बातें की जाती हैं. कुछ देर या दिन बाद यह बातें वीडियो कॉल पर शुरू हो जाती हैं. फिर इन्हीं रिकॉर्डेड वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग की जाती है.