मुंबई : एनसीपी की कोर कमेटी ने सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे पर लगे बलात्कार के आरोपों का संज्ञान लिया है. सूत्रों के अनुसार, समिति ने मुंडे के इस्तीफे को स्वीकार नहीं करने का फैसला लिया है. देर रात मुंडे के मामले को लेकर वर्ली में एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल के आवास पर कोर कमेटी की बैठक हुई.
बैठक में स्पष्ट किया गया कि मुंडे इस्तीफा नहीं देंगे. शरद पवार की मौजूदगी में हुई बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे मौजूद थे. एनसीपी की बैठक ने निष्कर्ष निकाला कि मुंडे के खिलाफ आरोप केवल धोखाधड़ी थे.
कुछ भाजपा और मनसे नेताओं ने भी रेणु शर्मा के खिलाफ शिकायतें और बयान दर्ज किए हैं. पता चला है कि इसके बाद पार्टी ने मुंडे के इस्तीफे को लेकर फैसला किया है. विपक्षी समूहों ने धनंजय मुंडे के इस्तीफे का आह्वान किया. रेणु शर्मा ने सोशल मीडिया और अन्य चैनलों पर मुंडे के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाते हुए लड़ाई शुरू कर दी.