पणजी : गोवा में ऑक्सीजन की कमी से 76 मरीजों ने दम तोड़ दिया है. इसमें 63 मरीज कोरोना संक्रमित थे. ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले में गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे को भी आड़े हाथों लिया है.
गिरीश ने कहा, 'यदि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री कैमरे पर यह स्वीकार करते हैं कि उन्हें पता था कि प्रतिदिन 2 से सुबह 6 बजे के बीच रोगियों की मृत्यु हो रही और गोवा में मरने वालों की संख्या लगभग 200-300 प्रति दिन है. तो उन्होंने इसे रोकने के लिए सार्थक कदम क्यों नहीं उठाए.? मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बताएं क्या कार्रवाई की.?'
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पूरे मामले के हत्या करार देते हुए कहा कि 'हम दोनों के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराएंगे और जरूरत पड़ने पर निर्दोषों को न्याय दिलाने के लिए अदालत जाएंगे.'
अस्पताल में मरीजों की मौत के संबंध में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय सरदेसाई ने कहा कि उच्च न्यायालय को राज्य का नियंत्रण अपने हाथों में ले लेना चाहिए क्योंकि शासन व्यवस्था ध्वस्त हो गई है.
राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, गोवा में 13 मई को कोरोना के 2,491 नए मामले सामने आए थे. बताया जा रहा है कि 76 लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है.
पढ़ें- गोवा में ऑक्सीजन की कमी से 76 मरीजों की मौत
सरकार ने कोर्ट में ये दी जानकारी
अस्पताल में मौत के संबंध में बंबई उच्च न्यायालय की गोवा पीठ भी कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है. उच्च न्यायालय चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कथित कमी के कारण जीएमसीएच में कोविड-19 के मरीजों की मौत के संबंध में कई याचिकाओं पर सुनवाई की.
राज्य सरकार ने जीएमसीएच में हालिया मौतों के असल कारणों के बारे में नहीं बताया है लेकिन उच्च न्यायालय को सूचित किया गया कि मरीजों को चिकित्सकीय ऑक्सीजन की आपूर्ति में 'परिवहन संबंधी कुछ मुद्दे हैं.'