रायगड़ा: क्राइम ब्रांच की 12 सदस्यीय टीम शुक्रवार को दो रूसी पर्यटकों- व्लादिमीर ब्यदानोव और उनके सह-यात्री पावेल एंटोव (65) की मौत की जांच के लिए रायगड़ा पहुंची. डीएसपी सरोजकांत महंतो के नेतृत्व में टीम सबसे पहले रायगड़ा टाउन थाने पहुंची और प्रभारी निरीक्षक व एसडीपीओ से पूछताछ की. बाद में, टीम ने होटल साईं इंटरनेशनल के कमरे 203 और 305 की जांच की, जहां पर्यटक रुके हुए थे, जिस स्थान पर पावेल गिरे और मर गए, और होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की.
अपराध शाखा के डीएसपी सरोजकांत महंतो ने कहा, 'जांच चल रही है और आगे की पूछताछ तेज करने के लिए हम रायगड़ा पुलिस के संपर्क में हैं.' वहीं दूसरी ओर दोनों रूसी पर्यटकों की मौत के बाद उनके दाह संस्कार को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के बयान पर भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने स्पष्ट किया कि रूस में दाह संस्कार उतना ही प्रचलित है जितना कि दफनाना. कोलकाता में रूस के महावाणिज्य दूतावास ने भी गुरुवार को कहा, 'मृतक के निकटतम रिश्तेदारों ने स्पष्ट रूप से अपनी इच्छा व्यक्त की है कि व्लादिमीर बदानोव और पावेल एंटोव के शवों का अंतिम संस्कार किया जाए और उनके अवशेषों (राख) को रूस लाया जाए.'
लगातार दो मौतों ने वैश्विक हित को जगाया, क्योंकि एंटोव इस साल जून में यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण की आलोचना कर रहे थे. इससे पहले बुधवार को तिवारी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन रहस्यमयी परिस्थितियों को उजागर किया गया था, जिनमें रूसी पर्यटक एंटोव और बाइडेनोव की मौत हुई थी. गुरुवार को ट्विटर पर कांग्रेस सांसद ने कहा, 'दो ईसाइयों को दफनाया नहीं गया! क्यों? हरक्यूल पॉयरो कहते हैं कि जली हुई लाशें कोई कहानी नहीं बतातीं.'
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अपनी प्रतिक्रिया में, अलीपोव ने ट्वीट किया, 'हम ओडिशा में दो रूसी नागरिकों की मौत के मामले में भारतीय अधिकारियों द्वारा जांच के प्रयासों की सराहना करते हैं.' रूसी नागरिकों की मौत के विवाद के बीच, भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर के साथ व्लादिमीर विडेनोव और एंटोव पावेल सहित चार रूसी पर्यटकों की तस्वीर वायरल हो गई है. इससे पता चलता है कि दरिंगबाड़ी और रायगढ़ जाने से पहले वे भुवनेश्वर गए थे.