नई दिल्ली : राजधानी में कोरोना की संक्रमण दरें कम होने के बाद भी अभी एहतियातन मिडिल और प्राइमरी क्लास तक के छात्रों के लिए स्कूल खोलने को लेकर संशय बना हुआ है. बुधवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी (डीडीएमए) की बैठक में छठी से आठवीं तथा प्राइमरी क्लास तक के स्कूलों को खोले जाने के बारे में चर्चा की गई. चर्चा के बाद यह बात सामने आई कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका अभी टली नहीं है. इसलिए मिडिल और प्राइमरी क्लास तक स्कूल खोलने के संबंध में इन त्योहारों के बाद फैसला लेना बेहतर होगा.
जानकारी के मुताबिक, डीडीएमए मीटिंग के एजेंडे में आठवीं तक के स्कूल खुलने के बारे में चर्चा हुई. बैठक में नीति आयोग के प्रमुख वीके पॉल और एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया भी शामिल रहे. बैठक में तय हुआ कि अगले महीने नवरात्र, उसके बाद दीपावली समेत कई त्योहार हैं. वहीं, कोरोना की तीसरी लहर की आशंका अभी टली नहीं है. इसलिए मिडिल और प्राइमरी क्लास तक स्कूल खोलने के संबंध में इन त्योहारों के बाद फैसला लेना बेहतर होगा.
त्योहारों के बाद मिडिल और प्राइमरी क्लास के लिए कोई फैसला लेने से पहले डीडीएमए शिक्षा विभाग की उस रिपोर्ट पर विचार करेगा, जिसमें नौवीं से बारहवीं तक के स्कूलों के बारे में फीडबैक लिया गया है. बता दें कि दिल्ली में नौ से बारहवीं सीनियर क्लास के स्कूल खुले, अब करीब एक महीना हो गया है और विभाग ने इन क्लास में पढ़ने वाले छात्र, अभिभावकों और शिक्षकों से फीडबैक लिया है. इसके आधार पर विभाग ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है. अगर डीडीएमए की मंजूरी मिलती है, तो त्योहारों के बाद में मिडिल क्लास के लिए स्कूल भी शुरू हो सकते हैं.