श्रीनगर : जम्मू में भाजपा के प्रचार की कमान संभाल रहे जम्मू-कश्मीर प्रभारी तरूण चुग ने कहा कि डीडीसी चुनाव पंडित प्रेम नाथ डोगरा की राष्ट्रवादी विचारधारा और शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की अलगाववादी सोच के बीच की लड़ाई है.
चुग ने कहा कि जबकि पंडित प्रेम नाथ डोगरा हमेशा राष्ट्रीय एकता और एक समावेशी दृष्टिकोण के लिए खड़े रहे. उन्होंने समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने की वकालत की, जबकि शेख अब्दुल्ला ने हमेशा एक अलगाववादी एजेंडे का प्रचार किया.
उन्होंने कहा कि शेख अब्दुल्ला ने लोगों में विभाजन पैदा करने के लिए क्षेत्रवाद और धर्म का खेल खेला. साथ ही उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला ने कभी भी गुर्जरों, महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों को समान अधिकार देने की जहमत नहीं उठाई.
इससे पहले कठुआ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए तरूण चुग ने नेशनल कॉफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर को पांच दशक से ज्यादा समय तक बंधक बना कर रखा और दावा किया कि रोशनी घोटाला समस्या का एक छोटा सा हिस्सा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि दो निजी कंपनियों, अब्दुल्ला एंड सन्स और मुफ्ती एंड सन्स ने जम्मू-कश्मीर में प्रशासनिक और आर्थिक तौर पर स्थिति को बदतर किया.
चुग ने आरोप लगाया कि दोनों परिवारों ने साजिश रचकर अनुच्छेद 370 के बहाने से महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित किया.
कथित रोशनी घोटाले का हवाला देते हुए महासचिव ने कहा कि सरकार ने हाल में 25,000 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया जो समस्या का छोटा सा हिस्सा है.
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जिला विकास परिषद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुषमा देवी के लिए आयोजित एक जनसभा में चुग ने आरोप लगाया कि पिछले 50 साल में अब्दुल्ला-मुफ्ती परिवारों ने अपनी संपत्ति बनाने के लिए ऐसे सैकड़ों घोटाले किए हैं.
भाजपा नेता ने कांग्रेस से गुपकार गठबंधन को समर्थन देने पर सफाई मांगी और आरोप लगाया कि पार्टी लोकतंत्र विरोधी और राष्ट्र-विरोधी कामों में शामिल है.
चुग ने आरोप लगाया कि कांग्रेस क्षेत्र में छुपकर चीन की योजनाओं का समर्थन कर रही है और राष्ट्र विरोधी ताकतों के साथ काम कर रही है.