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दार्जिलिंग टॉय ट्रेन पर छाया कोरोना संकट, थम गया इंजन

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने हर किसी को घर में बंद रहने के लिए मजबूर कर दिया था. वही नॉर्थ ईस्ट (North-East) की खूबसूरत दार्जिलिंग टॉय ट्रेन में भी कोरोना संकट के बादल छाए हुए है.लगभग एक साल से लगातार टॉय ट्रेन नहीं चल रही है जिस कारण कोच और इंजन भी जाम हो गए है.

दार्जिलिंग टॉय ट्रेन पर छाया कोरोना संकट
दार्जिलिंग टॉय ट्रेन पर छाया कोरोना संकट
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Published : Jun 11, 2021, 10:37 AM IST

कोलकाता : कोरोना वायरस (Coronavirus) ने हर किसी को घर में बंद रहने के लिए मजबूर कर दिया था. वही नॉर्थ ईस्ट (North-East) की खूबसूरत दार्जिलिंग टॉय ट्रेन में भी कोरोना संकट के बादल छाए हुए है. कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन और पाबंदियों के चलते दार्जिलिंग की टॉय ट्रेन सर्विस ठप पड़ी हुई है. बता दें पिछले लॉकडाउन में भी यह सर्विस बंद कर दी गई थी, लेकिन 25 दिसंबर को शुरू कर दी गई थी.

दार्जिलिंग टॉय ट्रेन पर छाया कोरोना संकट

बता दें कोरोना महामारी (Coronavirus) की वजह से दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे यानि डीएचआर (DHR) की प्रसिद्ध टॉय ट्रेन बंद पड़ी हुई है. लगभग एक साल से लगातार टॉय ट्रेन नहीं चल रही है जिस कारण कोच और इंजन भी जाम हो गए है. देश-विदेश से लोगों टॉय ट्रेन का आंनद लेने आते थे लेकिन कोरोना के चलते सबका आना-जाना बंद है.

पढ़ें :टूरिस्टों को क्रिसमस का तोहफा, 25 दिसंबर से दार्जिलिंग में चलेगी टॉय ट्रेन

एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुवनन चंदा ने कहा हम इंजन और कोचों की स्थिति का पूरी तरह ख्याल रखने और रखरखाव की कोशिश कर रहे हैं ताकि लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद सुविधा शुरू हो सके और पर्यटकों का आना शुरू हो जाए तो दिक्कत ना हो, उन्होंन कहा रोज 3 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है और कुल नुकसान का आंकड़ा 25 करोड़ रुपये के करीब है. यह फिल्म शूटिंग के लिए चार्टर्ड सेवाएं भी उपलब्ध थीं.

आर्थिक गतिविधियों को बहुत अधिक नुकसान

कोरोना महामारी फैलने के बाद मार्च महीने के आखिरी हफ्ते से टॉय ट्रेन सेवा को बंद कर दी गई थी, लेकिन 25 दिसंबर में इसे शुरू कर दिया गया था.ऐसा माना जा रहा है कि टॉय ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद यहां टूरिस्टों का आना बढ़ जाएगा जिससे लोकल इकॉनमिक ऐक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. कोरोना लॉकडाउन के बाद यहां की आर्थिक गतिविधि पूरी तरह से ठप पड़ गई है. जिससे लोग अभी तक उबर नहीं पाए हैं.

कोलकाता : कोरोना वायरस (Coronavirus) ने हर किसी को घर में बंद रहने के लिए मजबूर कर दिया था. वही नॉर्थ ईस्ट (North-East) की खूबसूरत दार्जिलिंग टॉय ट्रेन में भी कोरोना संकट के बादल छाए हुए है. कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन और पाबंदियों के चलते दार्जिलिंग की टॉय ट्रेन सर्विस ठप पड़ी हुई है. बता दें पिछले लॉकडाउन में भी यह सर्विस बंद कर दी गई थी, लेकिन 25 दिसंबर को शुरू कर दी गई थी.

दार्जिलिंग टॉय ट्रेन पर छाया कोरोना संकट

बता दें कोरोना महामारी (Coronavirus) की वजह से दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे यानि डीएचआर (DHR) की प्रसिद्ध टॉय ट्रेन बंद पड़ी हुई है. लगभग एक साल से लगातार टॉय ट्रेन नहीं चल रही है जिस कारण कोच और इंजन भी जाम हो गए है. देश-विदेश से लोगों टॉय ट्रेन का आंनद लेने आते थे लेकिन कोरोना के चलते सबका आना-जाना बंद है.

पढ़ें :टूरिस्टों को क्रिसमस का तोहफा, 25 दिसंबर से दार्जिलिंग में चलेगी टॉय ट्रेन

एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुवनन चंदा ने कहा हम इंजन और कोचों की स्थिति का पूरी तरह ख्याल रखने और रखरखाव की कोशिश कर रहे हैं ताकि लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद सुविधा शुरू हो सके और पर्यटकों का आना शुरू हो जाए तो दिक्कत ना हो, उन्होंन कहा रोज 3 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है और कुल नुकसान का आंकड़ा 25 करोड़ रुपये के करीब है. यह फिल्म शूटिंग के लिए चार्टर्ड सेवाएं भी उपलब्ध थीं.

आर्थिक गतिविधियों को बहुत अधिक नुकसान

कोरोना महामारी फैलने के बाद मार्च महीने के आखिरी हफ्ते से टॉय ट्रेन सेवा को बंद कर दी गई थी, लेकिन 25 दिसंबर में इसे शुरू कर दिया गया था.ऐसा माना जा रहा है कि टॉय ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद यहां टूरिस्टों का आना बढ़ जाएगा जिससे लोकल इकॉनमिक ऐक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा. कोरोना लॉकडाउन के बाद यहां की आर्थिक गतिविधि पूरी तरह से ठप पड़ गई है. जिससे लोग अभी तक उबर नहीं पाए हैं.

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