कर्नूल: आंध्र प्रदेश के नंदयाला जिले के कोलिमिगुंडला में दलित वकील मंदा विजयकुमार पर वाईएसआरसीपी ( YSRCP) के कुछ सदस्यों द्वारा कथित हमले की घटना से सनसनी फैल गई. आरोपियों ने रविवार को न केवल उसके घर के पास उस पर हमला किया, बल्कि उसे कॉलर पकड़कर थाने ले गए. इससे पहले सड़क पर चप्पलों से पीटा,लात मारी.
अनंतपुर लौटने के दौरान यह घटना घटी. कहा जा रहा है वकील ने अपने विरोधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया जिससे नाराज लोगों ने उनपर जानलेवा हमला किया. गौरतलब है कि उनकी मां ने हमलावरों से अपने बेटे को न पीटने की गुहार लगाई. बताया जा रहा है कि यह घटना जमीन विवाद से जुड़ा है.
कोलिमिगुंड के मंदा विजयकुमार अनंतपुर में अपने ससुराल में रहते हैं और बनगनपल्ली, नंदयाला और कुरनूल अदालतों से संबंधित मामलों की पैरवी करते हैं. वह बनगनपल्ली निर्वाचन क्षेत्र के तेलुगु युवाओं के आधिकारिक प्रतिनिधि भी हैं. वह पूर्व में सरपंच उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं. वह अपने पैतृक गांव कोलिमिगुंडला में भूमि अतिक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं.
अतिक्रमण को लेकर कई बार शिकायतें की गईं. भूमि अतिक्रमण से संबंधित विवरण के लिए सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत कई आवेदन तहसीलदार कार्यालय में दिए गए थे. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर 27 जुलाई को कुछ लोगों ने उन्हें फोन पर धमकी दी. उन्होंने अनंतपुर के जिला न्यायाधीश से शिकायत की. कोर्ट के आदेश पर अनंतपुर पुलिस ने 3 अगस्त को मामला दर्ज किया. नागेश्वर राव उस मामले में मुख्य आरोपी हैं.
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नागेश्वर राव कोलिमिगुंडला में वाईएसआरसीपी नेता हैं. आरोप है कि विजयकुमार पर हमला करने वाले लोग उन्हें सीधे थाने ले गए. टीडीपी महासचिव नारा लोकेश ने नंदयाला जिले के कोलिमिगुंडला में तेलुगु युवा प्रवक्ता मंदा विजय पर हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने सोमवार को 'एक्स' के माध्यम से चेतावनी दी कि वे दिन निकट हैं जब लोग वाईएसआरसीपी के उन मनोरोगियों को भगा देंगे जिन्होंने विजय को अपने सैंडल से थप्पड़ मारा था.